विजिलेंस टीम पर कंट्रोल रूम से नजर
बिजली विभाग ने अपनी वैन में लगाया जीपीएस
बिजली चोरी करने पर होगी तीन माह की जेल Meerut। अब बिजली विभाग बिजली चोरी रोकने के लिए छापेमारी करने वाली टीम पर भी कड़ी नजर रख रहा है। इसके लिए विभाग ने एक कंट्रोल रूम भी बनाया है, जहां से छापेमारी करने गई विभाग की गाडि़यों पर नजर रखी जाती है। साथ ही विभाग ने बिजली चोरी पर तीन माह जेल का प्रावधान भी लागू कर दिया है। जीपीएस से ट्रैकिंग दरअसल, विभाग कंट्रोल रूम से छापेमारी पर गई टीमों की गाडि़यों को जीपीएस से ट्रैक करता है। इस ट्रैकिंग में पता चल जाता है कि कौन सी गाड़ी किस क्षेत्र में चैकिंग कर रही है। इसके अलावा बिजली चोरी पर विभाग ने तीन माह जेल का प्रावधान भी कर दिया है। बनाई गई टीम - 12 वाहन - 12एक टीम में सदस्य - 8
शहर में बिजली चोरी व लाइन लॉस - 30 प्रतिशत
जनवरी से अब तक एफआईआर - 400 जनवरी से अब तक की गई वसूली - 4 करोड़ से अधिक जुर्माना लगाया - 10 करोड़ से अधिकबिजली चोरी रोकने के लिए विभाग ने एक कंट्रोल रूम बनाया है। जहां छापेमारी करने गई टीम की गाडि़यों पर जीपीएस से नजर रखी जाती है। साथ ही बिजली चोरी पकड़ी जाने पर तीन माह जेल का भी प्रावधान है।
भागवत यादव, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग