- पांच दिन में ही बंद हो गई ठंडे पानी की सप्लाई

- मजबूरी में बोलत बंद ठंडा पानी खरीदने को मजबूर है पैसेंजर्स

- 18 रुपए की बोतल के लिए जा रहे 25 रुपए

LUCKNOW: पैसेजंर्स से प्यास की मनमानी कीमत वसूली जा रही है। गले को तर करने के लिए ठंडे पानी का खेल शुरू हो गया है। जहां ठंडा पानी दो रुपए में मिलना चाहिए, वहां पर ख्भ् रुपए की बोतल खरीदनी पड़ रही है। यह हाल है चारबाग बस अड्डे पर, जहां कुछ दिनों पहले परिवहन निगम ने पैसेंजर्स को ठंडा पानी दिलाने के लिए वॉटर एटीएम की शुरआत की। वॉटर एटीएम लगे अभी पांच दिन नहीं बीते हैं कि यहां पर ठंडे पानी का अकाल पड़ गया है। इस एटीएम से ठंडा पानी ना मिलने से चारबाग पर पैसेंजर्स यहां की दुकानों से ठंडा पानी खरीदने को मजबूर हैं।

- स्कैनिया बसों के साथ हुई थी इसकी शुरुआत

परिवहन निगम की देखरेख में बीते क्ख् मई को चारबाग बस अड्डे पर वॉटर एटीएम की शुरुआत हुई। सीएम अखिलेश यादव ने स्कैनिया बसों के उद्घाटन के साथ ही इस वॉटर एटीएम का इनाउग्रेशन किया। इस मशीन से पैसेंजर्स को दो रुपए में ठंडा पानी और एक रुपए में सादा पानी मिलना तय हुआ। पानी की मात्रा भी कम नहीं पूरे एक लीटर पानी दिए जाने की बात कहीं गई। इस योजना की खासियत यह है कि जिन पैसेजंर्स के पास बसों में सफर करने वाला कार्ड है तो उनकों यहां से नि:शुल्क पानी देने के लिए कहा गया। ऐसे में यह लगा कि अब तो यहां पर पानी का बेचने वालो का कारोबार ठंड पड़ जाएगा।

- हवा-हवाई निकले दावे

लेकिन हुआ इसका ठीक उल्टा। पानी के कारोबार करने वालों पर तो कोई असर नहीं पड़ा बल्कि वॉटर एटीएम मशीन ही पंाच दिनों में ठंडी पड़ गई। परिवहन निगम के हवा-हवाई दावे बहते नजर आए। परिवहन निगम का दावा यह था कि बसों मे कार्ड से सफर करने वाले पैसेंजर्स को तो पानी ही नहीं मिल रहा है। कारण यह है कि मशीन में कार्ड कहां लगेगा और कैसे ऑपरेट होगा, इसकी जानकारी पैसेंजर्स को है ही नहीं। फिर मशीन में कार्ड काम भी नहीं कर रहा है। ऐसे में इन लोगों को पानी मार्केट से ही खरीदना पड़ रहा है। जिनके पास कार्ड नहीं है उन्हें दो रुपए में एक लीटर ठंडा पानी मिलने वाला भी दावा फेल हो गया। मशीन में दो रुपए डालने के लिए बनी व्यवस्था काम नहीं कर रही है। ऐसे में एक व्यक्ति की तैनाती की गई है जो पैसेजंर्स से दो रुपए लेकर ठंडे पानी की व्यवस्था करता है। लेकिन उसने भी पैसेंजर्स से कह दिया है कि ठंडा पानी नहीं है। एक रुपए में सादा पानी ही मिल पाएगा। अब ऐसे में इस गर्मी में भला सादा पानी कौन पिएगा। एक बार फिर से पैसेंजर्स को यहां मौजूद दुकानों से ठंडे पानी की बोतल परचेज करनी पड़ रही है।

- पहले दिन क्ख्00 लीटर की खपत

परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार जिस दिन वॉटर एटीएम मशीन की शरुआत हुई, उस दिन टोटल क्ख्00 लीटर पानी खर्च हुआ। उसके अगले दिन मात्र म्भ्0 लीटर ही पानी की खपत हुई। इसके बाद लगातार पानी की खपत कम होती गई। ठंडा पानी ना मिलने से पैसेंजर्स इस वॉटर एटीएम से किनारा कर रहे हैं। निगम के अधिकारियों की माने तो अब यहां पर पानी का खेल चल रहा है। इस बस अडडे से रोजाना तीस से फ्भ् हजार लोग अप डाउन करते हैं। ऐसे में रोजाना यहां पर आठ हजार लीटर पीने के पानी की खपत है। जब वॉटर एटीएम से लगभग रोजाना एक हजार लीटर पानी ही बिक रहा है तो बाकी का सात हजार लीटर पानी के लिए पैसेंजर्स बोतल बंद पानी खरीद रहे हैं। स्टेशन पर पानी की बोतल क्8 रुपए में बिकनी चाहिए। जबकि यहां पर खुले आम ख्0 से ख्ख् रुपए वसूले जा रहे हैं। रोजाना पैसेंजर्स से फ्0 हजार रुपए की अतिरिक्त कमाई हो रही है। कुल मिलाकर हर महीने नौ लाख रुपए की अतिरिक्त कमाई का खेल चल रहा है। विभागीय अधिकारियों का आरोप है कि इसमें परिवहन निगम के अधिकारी भी शामिल है। ऐसे में वे भी नहीं चाहते कि यहां पर वॉटर एटीएम काम करे। इसी के चलते वॉटर एटीएम में पानी ठंडा नहीं किया जा रहा है।

मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। ऐसा है तो जल्द ही इसकी पड़ताल की जाएगी। वॉटर एटीएम पैसेंजर्स की सुविधा के लिए ही लगा है। कहीं कोई परेशानी है तो उसे जल्द दूर किया जाएगा।

आरएम

एके सिंह

Posted By: Inextlive