- छह वाटर कूलर में से तीन लापता

- दो माह बाद भी नहीं की जा सकी मरम्मत

GORAKHPUR : भीषण गर्मी ने सभी का जीना मुहाल कर दिया है। ऐसी गर्मी में ठंडा पानी अमृत जैसा है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के पेशेंट्स और तीमारदारों को पानी नसीब ही नहीं हो रहा है। पेशेंट्स के लिए लगाए गए म् वाटर कूलर में से फ् का अता-पता ही नहीं है। यह हाल तब है जब अस्पताल में डेली करीब ब्00 पेशेंट्स इलाज के लिए आते हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि वाटर कूलर लगा दिए गए हैं।

अब तक नहीं हो सकी मरम्मत

जिला अस्पताल में पेशेंट्स को ठंडा पानी मिल सके, इसके लिए हॉस्पिटल कैंपस में म् वाटर कूलर लगाए गये थे। इनमें से तीन को दो माह पहले हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने रिपेयरिंग के लिए भेजा था, लेकिन स्टोर कीपर की लापरवाही के चलते अभी तक इन्हें ठीक नहीं कराया जा सका है।

टप-टप टपकता है पानी

जिला अस्पताल के ओपीडी, आरडीसी और न्यू बिल्डिंग में लगे वाटर कूलरों की हालत खस्ता है। इन कूलरों से बूंद-बंद पानी टपकता है, गंदगी के नाते लोग पानी पीना तक पसंद नहीं करते। खजनी के राजा राम का कहना था कि यह केवल दिखावे के लिए लगाया गया है। इससे तेज पानी नहीं आता है। बाहर की शॉप से पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है।

खराब वाटर कूलरों के संबंध में स्टोर कीपर से बात की गई थी। उनका कहना है कि वह पूरी तरह से खराब हो चुके हैं इसलिए उसे स्टोर में रख दिया गया है।

डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive