घनी आबादी की ओर बढ़ा पानी, नदियां खतरे का निशान की ओर

समान समेटकर शेल्टर में पहुंच रहे हैं लोग, सता रहा है चोरों का डर

PRAYAGRAJ: अभी तक तो यमुना की सहायक नदियों में ही पानी छोड़ा जा रहा था। शनिवार को गंगा बैराजों से से पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया। इसके चलते नदियों के पानी में तेज रफ्तार से वृद्धि शुरू हो गयी है। कछार से लगे बसे घनी आबादी वाले मोहल्लों में पानी घुस गया है। आने वाले 24 घंटों में राहत की कोई उम्मीद नहीं है। शहर में हो रही बारिश अलग परेशानी का कारण बन गयी। पब्लिक ने सुरक्षित स्थानों की तलाश शुरू कर दी है। शेल्टर हाउस आबाद होने लगे हैं। पब्लिक को अब चिंता पानी में सामान बर्बाद होने के साथ चोरों की सताने लगी है जिन्हें थोड़े से रिस्क पर लम्बा हाथ मार देने का मौका मिल गया है।

आबादी में घुस चुका है पानी

दारागंज, बघाड़ा, सलोरी, ओम गायत्री नगर, राजापुर, नेवादा, गंगा नगर, राजापुर आदि एरिया में घरों में पानी घुस जाने के बाद लोग पलायन करने को मजबूर हैं। शनिवार को सैकड़ों घरों के बाढ़ की जद में आने के बाद लोग साजो सामान समेटकर राहत केंद्रों की ओर जाने लगे। अप्पे और मैक्जिमा आदि वाहनों को 1000-1500 रुपए भाड़ा देकर अपनी गृहस्थी सेफ स्थानों पर पहुंचा रहे थे। जिनके घर दो मंजिला हैं वह ऊपर की मंजिल में सामान शिफ्ट कर रहे थे लेकिन उन्हें चोरी होने का डर सता रहा था।

कभी भी बंद हो सकती है बिजली-पानी

इन एरियाज में बाढ़ आने के बाद लोगों के लिए बड़ी समस्या कभी भी बिजली और पानी की सप्लाई बंद हो जाने का डर है। जैसे-जैसे पानी का लेवल बढ़ रहा है, करेंट फैलने की संभावना के चलते बिजली विभाग पावर कट कर सकता है। इसके बाद लोगों को जलभराव के बीच अंधेरे में रहने पर मजबूर होना होगा। दूसरा अभी से इन एरिया में गंदे पेयजल की सप्लाई शुरू हो गई। पाइप लाइनों से बाढ़ का गंदा पानी घरों में पहुंचने लगा है।

निकलने लगे सांप बिच्छू, जान का खतरा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर से राजापुर और नेवादा के लोगों ने बताया कि एरिया में पानी भर जाने से जहरीले जानवर निकलने लगे हैं। जब तब घरों में सांप और बिच्छू दिख रहे हैं। डर लगता है कि इनके काटने से किसी की मौत भी हो सकती है। ऐसे में घरों रुकना खतरे से खाली नही है। बाढ़ एरिया में आासनी से दवाएं और डॉक्टर भी अभी उपलब्ध नही है।

वाहन वाले मनचाहा भाड़ा ले रहे हैं। हजारों लोगों का अपनी गृहस्थी लेकर निकलना मजबूरी हो गया है। इसका फायदा वाहन मालिक उठा रहे हैं।

विजय लक्ष्मी

स्वामी विवेकानंद स्कूल जा रहे हैं। बाढ़ से बचने के लिए वही नजदीकी राहत केंद्र है। साथ्ज्ञ में पूरी गृहस्थी भी ले जाएंगे। साथ लेकर वापस लौटेंगे।

ज्योति

अपनी गृहस्थी हम यहां नही छोड़ सकते हैं। क्योंकि बाढ़ आने पर चोर एक्टिव हो जाते हैं। खाली मकान में घुसकर वह महंगा सामान चोरी कर लेते हैं।

शुभम

घरों में रुकना खतरे से खाली नही है। लगातार पानी का लेवल बढ़ रहा है। कई बार नाव के जरिए लोगों को बाहर निकालना पड़ता है। इसलिए अभी से निकलना जरूरी है।

अनीता पाल

अधिक पानी बढ़ा तो बिजली का कनेक्शन कट हो जाएगा। इसके बाद यहां रुकना मुमकिन नही होगा। चारों ओर केवल पानी ही नजर आता है।

चंद्रपाल

राहत केंद्रों पर व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है। लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था पर भी नजर रखी जाएगी। जिन लोगों के घर में कम लोग हैँ उनका सामान निकलवाने और राहत केंद्र तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।

अहमद अली, पूर्व पार्षद, राजापुर

Posted By: Inextlive