गंदगी से जूझ रही पब्लिक की फरियाद भी नहीं सुन रहे अफसर
-वार्ड नंबर-3 छोटी बिहार में कीचड़ से भरी हैं सड़कें
- शिकायत करने के बाद भी नहीं सुन रहे नगर निगम के अफसर BAREILLY: बदहाली में जी रहे शहर के लोग क्षेत्रीय पार्षद और नगर निगम के अफसरों से शिकायत करके परेशान हो गए, लेकिन न तो अफसरों ने फरियाद सुनी और न ही समस्या का समाधान हुआ। आलम यह है कि कीचड़ भरी सड़कों के कारण लोगों का घरों से निकलना तक दूभर है। गंदगी और जलभराव के चलते मच्छर न दिन में चैन से रहने दे रहे हैं और न ही रात में लोग सो पा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं शहर के वार्ड नंबर-3 छोटी बिहार की। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के कैम्पेन स्मार्ट सिटी का नरक लोक में पढि़ए रिपोर्ट पत्थर डालकर रास्ते का जुगाड़जलभराव और गंदगी से परेशान लोगों ने समस्या के समाधान के लिए क्षेत्रीय पार्षद से लेकर नगर निगम के अफसरों से कई बार गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। हारकर लोगों ने सड़क पार करने के लिए कीचड़ में पत्थर रख कर निकलने का जुगाड़ किया, लेकिन इन पत्थरों पर आए दिन गिरकर लोग घायल हो रहे हैं।
बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूलइलाके में गंदगी के चलते बच्चों की पढ़ाई थी चौपट हो रही है। अक्सर स्कूल जाते समय बच्चे कीचड़ में गिर जाते हैं, जिससे उनकी यूनीफॉर्म खराब हो जाती है और उन्हें रास्ते से ही वापस लौटना पड़ता है।
फैल रही बीमारियां गंदगी के चलते इलाके में मच्छरों का प्रकोप भी चरम पर है। इसके चलते बीमारियां भी फैल रही हैं। वार्ड में कई लोग बुखार से पीडि़त हैं, लेकिन नगर निगम के अफसर यहां सफाई कराने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। नहीं आते सफाईकर्मी वार्ड के हालात से साफ जाहिर है कि यहां सफाई कर्मचारी भी नियमित नहीं आते हैं। इसके चलते सड़कें गंदगी से पटी हैं और नालियां चोक हैं। पार्षद से शिकायत करने के बाद भी सफाई नहीं करवाई जा रही है। खुद के पैसों से डलवाया मलबा ज्योति पुरम के लोगों ने कई बार पार्षद और नगर निगम में शिकायत की लेकिन कोई भी अधिकारी कुछ सुनने को तैयार ही नही है। हर तरफ से हताश होने के बाद लोगों ने खुद ही पैसे इकट्ठे किए और निकलने के लिए थोड़ी जगह में मलबा डलवा लिया। वर्जनकरीब 20 साल हो चुके हैं, लेकिन यहां न तो कोई नेता देखने आता है और न कोई सफाई करने के लिए कोई कर्मचारी यहां आया।
सुनील कुमार, ज्योति पुरम
बीमारियां हम लोगों को उठने ही नहीं दे रही हैं। किससे कहें कहां जाएं कुछ समझ नहीं आता है। शिकायतें करते-करते तो परेशान है। अशरफी लाल, ज्योति पुरम कम से कम तीन साल हो चुके हैं हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है। हर बार अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते हैं कि समस्या का समाधान हो जाएगा। लालता प्रसाद, तुलापुर पूरे इलाके में ऐसा कोई घर नही हैं जहां लोग बीमार न हों। हर घर में दो-तीन बच्चे बीमार हैं। लेकिन नगर निगम के अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दुर्जन सिंह, तुलापुर घर में छोटे-छोटे तीन बच्चे हैं। हम लोग तो जैसे तैसे रास्ता पार कर लेते हैं, लेकिन बच्चे इस कीचड़ में गिर जाते हैं। वह स्कूल तक नहीं जा पाते हैं। रंजीत, तुलापुर कल ही यहां के हालात दिखवाता हूं जल्द ही वार्ड तीन की सफाई व्यवस्था ठीक होगी। राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त