इतनी हुई बारिश

-18 एमएम बारिश हुई टोटल

-40 एमएम बारिश अगले हफ्ते तक होने की संभावना

-5 बजे सुबह से दोपहर 3 बजे तक हुई बारिश

-10 मोहल्लों में सबसे ज्यादा हुआ जलभराव

--------------------

-बारिश के चलते शहर के ज्यादातर मोहल्ले हुए जलमग्न

-लोगों के घरों में भर गया पानी, कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला पानी

बरेली : पिछले दिनों नगर आयुक्त ने कहा था कि अगर शहर की सड़कों में जलभराव हुआ तो लोगों को नाव से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा, लेकिन थर्सडे को जब शहर में पानी बरसा और ज्यादातर सड़के जलमग्न हो गई तो शहरवासी घंटों तक नाव का इंतजार करते रहे, लेकिन नाव तो दूर कोई निगम कर्मी वहां झांकने तक नहीं गया। जिसके बाद वे सड़कों पर घुटनों तक भरे पानी में अपनी जान जोखिम में डाल कर गंतव्य की ओर गए।

11 घंटे हुई बारिश

पिछले एक हफ्ते से भीषण गर्मी झेल रहे बरेलियंस थर्सडे को राहत तो मिली वहीं सड़कों पर पानी भरने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह 5 से दोपहर 3 बजे तक हुई बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी। शहर की सड़कें पानी में खो गई तो गड्ढों में गिरकर लोग घायल हुए। वहीं स्कूली बच्चों को भी गंदे पानी से होकर घर जाना पड़ा।

घुटनों तक था पानी

कटरा चांद खां, सुभाषनगर और मढ़ीनाथ में जलभराव से सड़कें जलमग्न हो गईं। इस कारण स्कूल की छुट्टी होने के बाद जब बच्चे घर जाने के लिए सड़कों से गुजरे तो उन्हें आधा डूबकर सड़कों से गुजरना पड़े, कई बार तो बच्चे पानी में गिरने से बच गए।

इन क्षेत्रों में रहा भीषण जलभराव

शहर के सुभाषनगर, मढ़ीनाथ, राजेंद्र नगर, कटरा चांद खां, बांस मंडी, पुराना शहर, इंद्रा नगर और शांति बिहार में सबसे ज्यादा जलभराव की समस्या रही। कई मोहल्लों में तो लोगाें के घरों में पानी भर गया।

इन वजहों से हुआ जलभराव

-नगर आयुक्त और पार्षदों के विवाद के चलते कई नाले नहीं हुए साफ।

-नालों की सिल्ट न उठने से चोक हो गए।

-जल निकासी की प्रॉपर व्यवस्था न होना।

-सड़कों पर पड़ने वाला बारिश से नालियों में चला जाता है।

जलभराव से यह हुई परेशानी

-स्कूली बच्चों को जलभराव से होकर गुजरना पड़ा।

-सड़कों के गड्ढों जलभराव में ढकने से कई लोग हुए घायल।

-लोगों के घरों में पानी भरने से परेशानी हुई।

-जलभराव के चलते कई लोगों के वाहन बीच रास्ते में ही बंद हो गए।

छोटे नालों की नहीं हुई सफाई

बड़े नालों के टेंडर न हो पाने से छोटे नालों की सफाई कर निगम कई दिनों से खानापूर्ति कर रहा है लेकिन बारिश ने निगम की थर्सडे को पोल खोल दी। बड़े नालों की सफाई न होने के कारण भारी बारिश के कारण नालियों का कचरा बहकर फिर से छोटे नालों में आ गया। सभी छोटे नाले बड़े नालों से जुड़े ऐसे में बड़े नाले चोक होने के कारण कचरा पास नही हुआ और सड़कों पर भीषण जलभराव की समस्या हो गई।

वर्जन ::

बडे़ नालों के टेंडर की प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है, छोटे नालों की सफाई जारी है। एक सप्ताह के अंतराल में ही शहर को जलभराव मुक्त कर दिया जाएगा। इसके लिए टीम को आदेशित कर दिया गया है।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।

Posted By: Inextlive