आगरा। आगरा-ग्वालियर रोड पर रोहता से सेवला तक एक किलोमीटर के दायरे में जलभराव हो रखा है। एक ओर कोरोनावायरस के फैलने व उससे बचाव की रोकथाम के लिए कई उपाय किए जा रहे है। शहर को सैनिटाइज्ड किया जा रहा है। वार्डस्तर पर रोस्टर बनाकर फॉ¨गग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। ऐसे में गंदे पानी के जलभराव से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। लेकिन, अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।

नहीं है प्रॉपर ड्रेनेज व्यवस्था

रोहता से लेकर सेवला तक ग्वालियर रोड किनारे बने आवास व दुकानों में ड्रेनेज की व्यवस्था न होने के कारण उनके सीवर और नालियों का पानी रोड पर जमा हो रहा है। इसके अलावा रोड पर भी पानी निकासी के लिए कोई प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। इसके चलते कई हादसे भी हो चुके हैं। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी दो विभागों की है। इसमें रोहता पीएनबी से आगे के हिस्से को एनएचएआई देखता है, तो रोहता सुरक्षा विहार कॉलोनी से लेकर बिजलीघर तक पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी है।

वर्जन

इसके लिए हमने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। लेकिन, इसमें स्थानीय प्रशासन का सहयोग चाहिए। उसके बिना सहयोग के ड्रेनेज का निर्माण नहीं किया जा सकता। हम अपने हिस्से का ड्रेनेज बनवाएंगे। अन्य के बनवाने की जिम्मेदारी स्थानीय इकाई की है।

मनोज जैन, प्रोजेक्ट मैनेजर, आगरा-ग्वालियर सेक्शन, एनएचएआई

Posted By: Inextlive