-एक ही विधानसभा क्षेत्र में सुविधाएं में है जमीन-आसमान का अंतर

-मानगो एरिया में वर्षो से चली आ रही पानी की समस्या अभी भी है बरकरार

JAMSHEDPUR : कहीं ख्ब् घंटे नल से साफ पीने का पानी आता है, तो कहीं इतनी किल्लत की लोग पानी खरीदने को मजबूर हैं। जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में यह अंतर साफ देखा जा सकता है। करीब दो लाख बीस हजार की आबादी वाले मानगो क्षेत्र में वर्षो से पानी की समस्या चली आ रही है। इसे दूर करने के लिए करोड़ों की लागत से मानगो वाटर प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई, लेकिन अभी सभी घरों में पानी नहीं पहुंच पाया है।

पानी की किल्लत से जूझ रहे लोग

मानगो में रहने वाले लोगों के लिए पानी की कमी एक बड़ी समस्या है। यहां की आबादी का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है, जो वर्षो से पानी की कमी से जूझ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ इसी विधानसभा क्षेत्र के दूसरों इलाकों में ख्ब् घंटे वाटर सप्लाई की व्यवस्था है। जिस इलाके में इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक बन्ना गुप्ता रहते हैं, वहां पानी सहित हर तरह की नागरिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। ऐसे में पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता की कमी झेल रहे मानगो के लोगों के मन में यह सवाल उठना जायज है कि विधायक जी आपको हर सुविधा उपलब्ध है, तो क्या आपको जनता की परेशानी नजर नहीं आती।

नहीं पहुंचा घरों में पानी

मानगो क्षेत्र में पानी की समस्या कोई नई बात नहीं है। गर्मी के दिनों में तो पानी की किल्लत इतनी बढ़ जाती है कि लोगों को टैंकर और गैलन से पानी खरीदना पड़ता है। पानी की इस समस्या को दूर करने के लिए मानगो वाटर प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई। सालों लंबित रहने के बाद परियोजना स्टार्ट भी हुई, तो सभी को इसका फायदा नहीं मिल पाया। नए वाटर प्रोजेक्ट से अभी कुछ हजार घरों तक ही कनेक्शन पहुंच पाया है। वहीं परियोजना तैयार करते वक्त बालीगुमा, समतानगर सहित एक बड़े इलाके को इसमें शामिल नहीं किया गया। इन इलाकों में करीब क्00 किलोमीटर से ज्यादा पाइपलाइन बिछाने के लिए फिर से डीपीआर बनकर तैयार हुआ है, लेकिन सारी प्रक्रिया पूरी होकर घरों तक पानी पहुंचने में अभी भी कई महीने लगेंगे और तब तक लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ेगी।

नहीं होती रेगुलर वाटर सप्लाई

जिन घरों में नए वाटर प्रोजेक्ट के जरिए कनेक्शन मिला है वहां भी रेग्यूलर वाटर सप्लाई नहीं होने की शिकायतें आती हैं। मानगो के रहने वाले आफरोज शकील ने बताया कि कई बार दो या तीन दिनों पर वाटर सप्लाई होती है। मानगो की एक बड़ी आबादी के घरों में आज भी पुराने कनेक्शन के जरिए पानी आता है। ऐसे घरों में तो पानी की और भी समस्या है। इरेगुलर वाटर सप्लाई के साथ-साथ अक्सर सप्लाई के जरिए गंदा पानी आने की शिकायतें आती हैं।

मानगो में पानी की समस्या काफी बड़ी है। ज्यादातर घरों में आज भी पानी का पुराना कनेक्शन है। नए कनेक्शन में भी रेग्यूलर वाटर सप्लाई नहीं होती है। कई जगहों पर पाइपलाइन फटा हुआ है, लेकिन सकी मरम्मत तक नहीं की जाती।

-आफरोज शकील, मानगो

पानी की समस्या मानगो में वर्षो से चली आ रही है। लोगों को पानी खरीद कर पीना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों के पास भी यह समस्या वर्षो से उठाई जाती रही है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

-जाहिद ए तहसीन, मानगो

मानगो में पानी की काफी किल्लत है। गर्मी के दिनों में तो समस्या और भी बढ़ जाती है। मानगो वाटर प्रोजेक्ट शुरू हुआ, लेकिन फिर भी सभी घरों में पानी नहीं पहुंचा है।

-विकास कुमार, मानगो

मानगो के लोग वर्षो से पानी की कमी झेलते आ रहे हैं। यह समस्या अभी भी बनी हुई है। जहां वाटर कनेक्शन है उन जगहों पर भी रेग्यूलर वाटर सप्लाई नहीं होती है।

-डीके सिंह, मानगो

Posted By: Inextlive