RANCHI: सिटी के लोगों के लिए कोरोनावायरस तो एक चुनौती बना हुआ है ही, गर्मी की बढ़ती तपीश ने भी लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। ऐसे में सिटी के अधिकतर लोगों के लिए पीने का पानी एक बड़ा सवाल बन गया है। रांची नगर निगम अपना दायित्व निभा रहा है। निगम के वाटर टैंकर गली-गली पहुंच कर पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। लेकिन तब क्या हो जब आपको पता चले कि जिस टैंकर से आपको पानी की सप्लाई हो रही है, उसकी कभी सफाई ही नहीं हुई। टैंकर के बाहरी हिस्से को तो छोड़ ही दीजिए टैंकर के भीतरी हिस्से में भी बुरी तरह जंग लग गया है। जी हां, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में कुछ ऐसी ही सच्चाई सामने आई है।

5 साल पुराना टैंकर हो रहा यूज

नगर निगम में ऐसे भी वाटर टैंकर हैं, जो पांच साल पुराने हैं। इस टैकर की कभी सफाई नहीं होती है। गर्मी के मौसम में इसे यूज किया जाता है। पांच हजार लीटर की क्षमता वाले इस टैंकर के अंदर और बाहर दोनों हिस्सों में जंग लग चुका है। टैंकर के ड्राइवर ने ही बताया कि टैंकर की कभी सफाई नहीं होती। अंदर जंग लग गया है। पांच साल से यही चल रहा है, ऐसे-ऐसे भी टैंकर हैं जो सिर्फ एक साल में कबाड़ी हो गए हैं। उनकी भी रिपेयरिंग कराकर इस्तेमाल में लाया जाता है। वहीं, चार हजार की क्षमता वाले टैंकर के अंदर की जब तस्वीर ली तो शॉक्ड रह गया। टैंकर के अंदर स्थिति देखकर कोई भी इंसान वाटर टैंकर का पानी पीने से पहले जरूर सोचेगा।

नया टैंकर स्टोर में फांक रहा धूल

नगर निगम कर्मचारियों की मानें तो रांची के पानी में आयरन काफी अधिक है। इसलिए टैंकर में बहुत जल्दी जंग लग जाता है। लेकिन अगर टैंकर अच्छे मैटेरियल से बना हो तो ऐसी स्थिति नहीं होती। नगर निगम काफी पुराने टैंकर यूज कर रहा है। इसलिए समस्या और बढ़ी हुई है। टैंकर के अंदर पानी में छोटे-छोटे टुकडे़ भी गिरते रहते हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। वहीं स्टोर में ही नगर निगम के नए टैंकर रखे हुए हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल अबतक नहीं किया गया है। पु़राने और जर्जर टैंकर से ही मुहल्ले में पानी पहुंचाया जा रहा है।

बीमारी बांटने वाली जगह है स्टोर

नगर निगम के स्टोर में सिर्फ जंग लगे टैंकर ही नहीं, बल्कि यहां गंदगी का भी अंबार लगा हुआ है। पानी के टैंकर जहां रखे जाते हैं उस स्थान पर कचरा उठाने वाली गाडि़यां भी खड़ी होती हैं। कचरा उठाने वाली गाडि़यों की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। इसके अलावा बकरी बाजार हो या नागा बाबा खटाल दोनों स्टोर में गंदगी की भरमार नजर आती है। इसी गंदगी में नगर निगम स्क्रैब, सिटी बसें, वाटर टैंकर, कचरा गाडि़यां सभी यहीं खड़ी करता है। नगर निगम का स्टोर बीमारी बांटने वाला स्थान है। यहां नगर निगम के कोई अधिकारी-पदाधिकारी भी नहीं जाते।

पानी वितरण से पहले टैंकर की डेंटिंग-पेंटिंग कराई जाती है। गर्मी के मौसम में तमाम तैयारियां कराई जाती हैं। टैंकरों के अंदर और बाहर दोनों साइड पेंट कराया जाता है। भला बगैर साफ-सफाई कराए कैसे पानी लोगों तक पहुंचाएंगे। नगर निगम में फिलहाल 57 वाटर टैंकर हैं, जिसमें 10 सैनिटाइजिंग के काम में लगे हुए हैं। बाकी से वाटर सप्लाई कराई जा रही है।

-आशा लकड़ा, मेयर, आरएमसी

Posted By: Inextlive