RANCHI: राजधानी में पानी के बड़े यूजर्स को अपने कैंपस में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना होगा ताकि पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सके। वहीं ट्रीटमेंट के बाद उस पानी का दोबारा से इस्तेमाल भी किया जा सके। सिटी में तेजी से गिरते वाटर लेवल को देखते हुए नगर निगम सख्त हो गया है। वहीं वाटर रीसाइक्लिंग की व्यवस्था नहीं करने वालों पर अब कार्रवाई की भी तैयारी है। बताते चलें कि सिटी के कई इलाकों में 500 फीट बोरिंग करने पर भी पानी नहीं मिल रहा है।

ट्रीटमेंट के बाद दोबारा यूज

प्रतिष्ठान और बड़े संस्थानों में पानी की सबसे ज्यादा खपत होती है। वहीं होटल, लाउंड्री और कार वाशिंग स्टेशन में तो हर दिन हजारों लीटर पानी इस्तेमाल के बाद नाले में बहा दिया जाता है। ऐसी जगहों पर अब पानी को दोबारा इस्तेमाल लायक बनाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना होगा, जिससे कि पानी का ट्रीटमेंट कर दोबारा से उसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऐसे में लाखों लीटर पानी की बचत की जा सकती है।

हटिया यार्ड में लगा है वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

रांची डिवीजन के हटिया स्टेशन स्थित यार्ड में ट्रेन वाशिंग स्टेशन है, जहां पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर हर दिन लाखों लीटर पानी की बचत की जा रही है। वहीं पानी का ट्रीटमेंट कर उसी पानी से ट्रेनों की सफाई, लाउंड्री में कपड़ों की धुलाई की जा रही है। अगर इस मॉडल को पूरे शहर में अपना लिया जाए तो बेकार में बर्बाद होने वाले पानी को रोका जा सकेगा।

ड्राई जोन में सुधरेगा वाटर लेवल

सिटी के कई इलाकों को ड्राइ जोन घोषित किया जा चुका है। इन इलाकों में पानी के लिए लोग तरस रहे है। ऐसे में नई व्यवस्था लागू होने से वाटर लेवल में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं प्लांट लगाए जाने से पानी की बर्बादी नहीं होगी। इसके अलावा रांची नगर निगम क्षेत्र में जल शक्ति अभियान के तहत अधिक से अधिक प्लांटेशन कराने की भी योजना तैयार की गई है।

Posted By: Inextlive