दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की परिचर्चा में महिलाओं ने पानी की बर्बादी को रोकने के लिए बेबाकी से रखी अपनी बात

ALLAHABAD: दक्षिण अफ्रीका के खूबसूरत शहर केपटाउन में पानी का संकट इतना विकराल है। वहां मिलिट्री लगाकर पानी की राशनिंग करनी पड़ रही है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने अपने शहर में पानी की कहानी बयां करने के बाद इसे बचाने के उपायों पर मंगलवार को परिचर्चा का आयोजन किया। वसुधा फाउंडेशन की महासचिव मैथिली सिंह की अगुवाई में परिचर्चा में हिस्सा लेने वाली महिलाओं ने एक सुर में कहा कि शहर में पानी का संकट इस कदर है कि अगर मोटर ना चलाई जाए तो एक-एक बूंद पानी के लिए शहरियों को तरसना पड़ता है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी यही है कि बिजली विभाग की तर्ज पर प्रीपेड वॉटर मीटर की व्यवस्था को भी लागू किया जाए, ताकि जितना पानी यूज किया जाए उसी के हिसाब से बिल जमा किया जाए।

ऐसे रोक सकते हैं पानी की बर्बादी

-सबसे पहले हम सभी को खुद को जागरुक करके पानी की बर्बादी को रोकने का काम करना होगा। पब्लिक ही बर्बादी की सबसे बड़ी वजह बन गई है।

-अभिभावक को अपने बच्चों की ब्रश करना व नहाने जैसी दैनिक दिनचर्या के दौरान उनके साथ रहना होगा।

-जल निगम के द्वारा कागजों में नहीं बल्कि जमीन पर उतरकर सड़कों पर बहने वाले नलों की टैपिंग कराना चाहिए।

-घरों में टंकी से जो पानी ओवर फ्लो होता है उसका कनेक्शन किसी पाइप से जोड़कर उसका यूज अपने गार्डेन में किया जाना चाहिए।

-वाटर हार्वेस्टिंग की बातें सिर्फ सेमिनार में ही होती है। उसके बाद उसकी उपयोगिता व कार्यान्वयन को लेकर कोई ठोस योजना नहीं बनाई जाती है।

वर्जन

पानी के संकट के लिए हम सब जिम्मेदार हैं। सरकार एक बार प्रीपेड मीटर की व्यवस्था को लागू कर दे। तब देखिए कि पानी की बर्बादी अपने आप रुक जाएगी। तभी इंसान पानी की बचत कर सकता है।

मैथिली सिंह

रेन वाटर हार्वेस्टिंग की बात सरकारी आयोजन या सेमिनार में ही अच्छे से बताई जाती है। हकीकत में उसका कार्यान्वयन किया जाता तो संकट कम हो जाता।

रेनू सिंह

शहर में जगह-जगह नल से पानी की बर्बादी होती रहती है। निगम प्रशासन के साथ ही आम आदमी को भी उसकी परवाह नहीं होती है। उसे टेप किया जाना सबसे जरुरी है।

रंजना श्रीवास्तव

घर में टंकी ओवर फ्लो करती थी तो उसको एक पाइप से जोड़ दिया है। अब जब भी टंकी फ्लो करती है तो पाइप के जरिए पानी गार्डेन में चला जाता है। इसे हर किसी को अपनाना चाहिए।

मौसिमी मोइत्रा

प्रीपेड वाटर मीटर आज के दौर की सबसे बड़ी जरुरत है। क्योंकि पानी की बर्बादी को लेकर जनमानस खुद जिम्मेदार है। मीटर लग जाएगा तो उसी के हिसाब से लोग मोटर चलाएंगे।

रिजु श्रीवास्तव

हर कोई अपनी जिम्मेदारी समझ जाए तो पानी का संकट कम हो सकता है। लेकिन अभी तक इसको लेकर किसी भी स्तर पर पब्लिक जागरूक नहीं हो रही है।

यशस्वी

Posted By: Inextlive