-उत्तराखंड में 43 थानों और 148 चौकियों में नहीं है शुद्ध पेयजल व्यवस्था

-पुलिस मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

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DEHRADUN: उत्तराखंड में जनता की सुरक्षा में लगी पुलिस को शुद्ध पेयजल नसीब में नहीं है। उत्तराखंड में ब्फ् थाने और क्ब्8 ऐसी पुलिस चौकियां हैं, जहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था ही नहीं है। वहां के पुलिसकर्मी कैसा पानी पीते हैं, इसका किसी को जानकारी नहीं। यह खुलासा पुलिस मानवाधिकार आयोग को पुलिस मुख्यालय से भेजी गई रिपोर्ट में हुआ है।

संस्था की शिकायत पर मांगी थ्ाी रिपोर्ट

राष्ट्रीय सामाजिक न्याय कृति मंच उत्तराखंड से जुडे़ भूपेंद्र सिंह ने इस मामले में मानवाधिकार आयोग से इस मामले पर शिकायत की थी और कई थानों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध न होने की बात कही थी। इस पर गंभीरता जताते हुए मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से इस पर रिपोर्ट तलब की थी।

पौड़ी और टिहरी को ही क्लीनचिट

उत्तराखंड में दो जिले ऐसे हैं, जिनकी हर चौकी और हर थाने में शुद्ध पेयजल व्यवस्था कर ली गई है। इसके अलावा उधमसिंह नगर में सभी थानों में तो व्यवस्था है, लेकिन अभी दो चौकियां शुद्ध पेयजल से वंचित हैं।

राज्यपाल से की मामले की शिकायत

राष्ट्रीय सामाजिक न्याय कृतिमंच उत्तराखंड से जुडे़ भूपेंद्र सिंह ने इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए अब राज्यपाल से शिकायत की है। शिकायत में ऐसे थानों और चौकियां का जिक्र किया है, जहां शुद्ध पेयजल व्यवस्था नहीं है। राज्यपाल को लिखे पत्र में शीघ्र ही सभी थानों में आरओ आदि लगवाने की मांग की गई है।

यह है थाने और चौकियों की स्थिति

जिला थाने चौकी

देहरादून क्0 ब्ब्

हरिद्वार 0भ् ब्क्

नैनीताल 0ब् क्7

बागेश्वर 0फ् 0फ्

अल्मोड़ा 0फ् 07

चम्पावत 0भ् 0ब्

पिथौरागढ़ 07 क्म्

उत्तरकाशी 0भ् क्क्

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नोट: इन थाने और चौकियों में शुद्ध पेयजल व्यवस्था नहीं है।

Posted By: Inextlive