- पाइप लाइन बिछाने में गड़बडि़यों की खुली पोल

- टेस्टिंग में पाइप लाइन से छूटा फौव्वारा

-लाखों लीटर पानी बहा सड़क

KANPUR: पाइप लाइन बिछाने में मानकों की धज्जियां उड़ाने की जलनिगम की पोल खुलती जा रही है। एक बार फिर टेस्टिंग के दौरान ही जलनिगम की पाइप लाइन फट गई। मोतीझील स्थित नगर निगम मुख्यालय के पीछे की रोड तालाब बन गई। रोड धंसने की कगार पर भी पहुंच गई है।

जेएनएनयूआरएम के अ‌र्न्तगत ड्रिकिंग वाटर प्रोजेक्ट के अन्तर्गत अब 800 करोड़ रूपए खर्च हो चुके है। पर लोगों को ड्रिकिंग वाटर नसीब नहीं हो रहा है। जलनिगम के ओवरहेड टैंक शोपीस बने लोगों को चिढ़ा रहे हैं। जलनिगम की बिछाई गई पाइप लाइनें टेस्टिंग के दौरान फट रही हैं। पहले एक तरफ कम्पनी बाग से मकराबर्टगंज रोड और दूसरी रावतपुर होते हुए काकादेव तक की पाइप लाइन की टेस्टिंग में 17 जगह वाटर लाइन लीकेज हो गई थी। रोड भी धंस गई। जिसके कारण लोगों को फिर से खुदाई की मुश्किलें सहनी पड़ी। करीब एक महीने पहले जलनिगम ने सर्वोदय नगर से काकादेव के बीच पाइप लाइन की टेस्टिंग की तो 6 जगह पाइप लाइन फटी, काकादेव रोड तो तालाब बन गई थी, धंसी रोड पर कार तक फंस गई थी। फ्राईडे को मोतीझील स्थित नगर निगम मुख्यालय के पीछे से गुजरी पाइप लाइन की टेस्टिंग की। पर मुख्यालय बिल्डिंग के पीछे स्थित कैंटीन के सामने पाइप लाइन से फौव्वारे छूटने लगे। देखते ही रोड पर पानी भर गया। तालाब बनी रोड से गुजरने के लिए लोगों को ईंट, इंटरलाकिंग टाइल्स पर से गुजरना पड़ा। लोगों को कहना है कि पाइप लाइन लीकेज होने से रोड भी धंसने की कगार पर पहुंच गई। इस मामले को लेकर जलनिगम के ऑफिसर भारत सिंह को फोन किया गया पर उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।

एट ए ग्लांस-जेएनएनयूआरएम

प्रोजेक्ट - ड्रिकिंग वाटर फेज-1

काम शुरू हुआ- मई, 2008

पहले प्रोजेक्ट कास्ट- 270.95 करोड़

बाद में बढ़कर हुई कास्ट- 393.93 करोड़

प्रोग्रेस रिपोर्ट- कई कम्प्लीशन डेट के बाद कम्प्लीट नहीं हुआ प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट- ड्रिकिंग वाटर फेज-2

काम शुरू हुआ- नवंबर, 2009

पहले प्रोजेक्ट कास्ट- 377.79 करोड़

बाद में प्रोजेक्ट कास्ट- 475.15 करोड़

प्रोग्रेस रिपोर्ट- अनकम्प्लीट, अभी तक कानपुराइट्स को नहीं मिला पानी

Posted By: Inextlive