जानकारी है कि आगामी विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत की तैयारी को लेकर मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद काफी आश्‍वस्‍त नजर आ रहे हैं। इसको लेकर उन्‍होंने कहा कि अगले महीने शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में देश के खिलाड़ियों के पास कई पदक जीतने का ये सर्वश्रेष्ठ मौका है। जानकारी के लिए बता दें कि इंडोनेशिया के जकार्ता में दस से 16 अगस्त तक ये चैंपियनशिप चलेगी।

खास बात है ये
इससे भी बड़ी बात ये है कि इस चैंपियनशिप में पहली बार दुनिया के दूसरे और तीसरे नंबर के खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं। इस क्रम में साइना नेहवाल महिला सिंगल्स में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी हैं। वहीं पुरुष सिंगल्स में किदांबी श्रीकांत को तीसरी रैंकिंग हासिल हुई है। इस बारे में गोपीचंद ने कहा कि इस बार उनके पास कई स्पर्धाओं में पदक जीतने का बेहद अच्छा मौका है।
रैंकिंग नहीं रखती मायने
इसके आगे उन्होंने कहा कि यह विश्व चैंपियनशिप है। इसमें जीतने के लिए उनको जबरदस्त प्रदर्शन करना होगा। उनका कहना है कि इस दौरान किसी विशेष दिन प्रदर्शन करना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके लिए रैंकिंग मायने नहीं रखती। गोपीचंद कहते हैं कि वह इस बात को कह सकते हैं कि उनके पास कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं,  जो पदक जीत सकते हैं। उन्होंने बताया कि चैंपियनशिप के लिए उनका ट्रेनिंग शिविर सबसे अच्छा रहा है। उनके पास पारूपल्ली कश्यप, श्रीकांत, पीवी सिंधू और एचएस प्रणय जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि बेशक प्रणय अभी-अभी चोट से उबरे हैं, लेकिन उनकी प्रगति से वह काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि वह प्रतियोगिता में जरूर खेलेंगे।
कश्यप के बारे में ये है राय
अब बात करें कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन कश्यप की, तो उनके प्रदर्शन में इस सत्र में काफी उतार-चढ़ाव रहा। हालांकि उन्होंने जून में इंडोनेशिया में अपनी बीती  प्रतियोगिता में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी चीन के चेन लोंग को शिकस्त दी थी। इनके बारे में गोपीचंद कहते हैं कि उनको ऐसा लगता है कि शारीरिक तौर पर उसके शरीर को देखते हुए कश्यप काफी चुनौतीपूर्ण साबित होता है। उन्होंने बताया कि उसे अस्थमा भी है, लेकिन वह कोर्ट पर इस बात की काफी कोशिश करता है कि बेहतर से बेहतर प्रदर्शन कर सके।
सिंधू और श्रीकांत से है उम्मींद
इसके अलावा विश्व चैंपियनशिप में दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधू के बारे में गोपीचंद कहते हैं कि तीन महीने के ब्रेक के बाद वह उससे लगातार अच्छे प्रदर्शन की उम्मींद नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है उन्हें उसे थोड़ा समय जरूर देना होगा। इसके इतर बात करें श्रीकांत की, तो गोपीचंद कहते हैं कि उसे इस बात को समझना होगा कि उसे हालात से बेहतर सामंजस्य बैठाने की जरूरत है।

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Posted By: Ruchi D Sharma