-बिजली कर्मचारियों के मैनपॉवर को स्थायी करने की मांग

PATNA : क्97ख् में बिजली बोर्ड में ब्ब् हजार स्वीकृत पद थे। आज बिजली का काम तब से पांच गुणा बढ़ चुका है, लेकिन इसे लेकर सरकार के पास कभी ठोस नीति नहीं रही है। इससे न तो काम पूरा हो पा रहा है और न ही कर्मचारियों के हित की रक्षा हो रही है। पिछले ख्0 साल से किसी की स्थायी नियुक्ति नहीं की गई है। यह बात विद्युत कर्मचारी-अभियंता संयुक्त संघर्ष मोर्चा के जेनरल सेक्रेटरी चक्रधर प्रसाद सिंह ने कही। उन्होंने मांग की कि बिजली क्षेत्र में लगे सभी आईटीआई होल्डरों और कांट्रैक्ट पर काम कर रहे मैन फोर्स को स्थायी किया जाए।

घोषणा पत्र जारी किया

जनशक्ति प्रेस कैंपस में आयोजित राज्य स्तरीय कन्वेंशन में बिहार स्टेट पॉवर होल्डिंग कम्पनी और इसकी चार सहयोगी कंपनियों का बिजली कर्मचारियों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया पर रोष जताया गया। इस बारे में मोर्चा के डिप्टी जेनरल सेक्रेटरी डीपी यादव ने कहा कि यहां वास्तविक काम सब स्टेशनों, ग्रिड सबस्टेशन, ट्रांसमिशन आदि एरिया में काम करने वाले वर्कमैन है जिससे पूरा शहर रौशन है। लाइनमैन, स्विचबोर्ड ऑपरेटर, जूनियर लाइनमैन आदि जैसे विभिन्न पदों पर कर्मचारियों को एजेंसी के माध्यम से बहाली की जा रही है। जहां उन्हें घोषित ब्भ्000 रुपए भी किसी न किसी कारण से नहीं मिल पाता है। इसे लेकर कन्वेंशन में चिंता जतायी गई।

Posted By: Inextlive