भई अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुलाकात के बाद सामने आयी बातों पर यकीन करें तो केजरीवाल खुद ही मोदी के साथ मिल कर दिल्ली को चमकाने की बात कर रहे हैं।

दिल्ली की बेहतरी के लिए मांगा सहयोग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तो उनसे दिल्ली में सरकार को चलाने के कामकाज में आ रही समस्याओं के बारे में खुल कर विचार विमर्श किया। इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत करने आए केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से सरकार चलाने में सहयोग की अपील की है और कहा है कि केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर काम करें तो यह दिल्ली वासियों के हित में होगा।
राज्य सरकार से युद्ध करना बंद करे दिल्ली पुलिस
केजरीवाल ने मोदी से दिल्ली पुलिस के रवैये की शिकायत करते हुए कहा कि उसका अंदाज तो दिल्ली सरकार से युद्ध लड़ने जैसा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस का पूरा ध्यान उनकी आम आदमी पार्टी के विधायकों को गिरफ्तार करने पर लगा हुआ दिखाई देता है। जिससे लगता है कि वो हमारे खिलाफ किसी जंग में उतरी है और जब पुलिस ही ऐसे काम करेगी तो काम करना कैसे मुमकिन होगा इससे सिर्फ अव्यवस्था फैलेगी। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के मामलों पर भी रोक लगाने के बारे में प्रधानमंत्री से बातचीत की।
स्वच्छ भारत अभियान में साथ देंगे और दिल्ली को साफ करेंगे
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार का मुखिया होने के नाते उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से उनको सहयोग देने की अपील की और दावा किया कि वे स्वच्छ भारत अभियान में पीएम के इरादों को पूरा करने में सक्रिय भागीदारी करते हुए दो साल में दिल्ली को चमका देंगे। उन्होंने कहा कि इसका लाभ केंद्र सरकार को ही होगा क्योंकि दिल्ली की खराब छवि का असर प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर पड़ता है।
क्यों रोक जाते हैं दिल्ली सरकार के आदेश
उन्होंने पूछा कि कि दिल्ली सरकार के आदेशों को रोक क्यों दिया जाता है। यह सवाल इसलिए उठा क्योंकि दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच कई मुद्दों पर लगातार टकराव होता रहा है। कभी केन्द्रीय गृह मंत्रालय को हस्तक्षेप करना पड़ा तो कभी मामले न्यायालयों तक भी पहुंच गए है।  
प्रधानमंत्री से नहीं मिला कोई आश्वासन
जब केजरीवाल यह पूछा गया कि इस बारे में प्रधानमंत्री ने उन्हें क्या प्रतिक्रिया दी तो जवाब मिला कि कुछ नहीं मोदी ने कहा कि कि अभी वे उनकी बात सुन रहे हैं और बाद में अपनी प्रतिक्रिया देंगे। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से कहा कि सरकार चलाने के मामले में राजनीतिक विचारधारा आड़े नहीं आनी चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार चलाने में रोड़े नहीं अटकाये जायें तो वह कौशल विकास और डिजीटल इंडिया जैसे कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ा पायेंगे।

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Molly Seth