माओवादी हमले का बदला लेंगेः शिंदे
उन्होंने मंगलवार को हुए माओवादी हमले की एनआईए से भी जांच कराने की घोषणा की.बस्तर में माओवादी हमले के बाद छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे गृहमंत्री ने माओवादियों के ख़िलाफ़ हवाई हमले की बात से इनकार नहीं किया और कहा कि रणनीतियां उजागर नहीं की जा सकतीं.ग़ौरतलब है कि मंगलवार को माओवादियों ने बस्तर के झीरमघाटी इलाक़े में हमला करके सुरक्षा बल के 15 जवानों समेत 16 लोगों की हत्या कर दी थी.पुलिस के 40 जवान सड़क निर्माण में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए निकले थे, तभी माओवादियों ने उन पर हमला किया था.हमले में घायल तीन जवानों को राजधानी रायपुर के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.पुलिस की मदद कर जान गंवानेवाला 'नक्सली' था'हताश हैं माओवादी'बुधवार सुबह रायपुर से जगदलपुर पहुंचे सुशील कुमार शिंदे ने सबसे पहले मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि दी.
उसके बाद उन्होंने राज्य के राज्यपाल शेखर दत्त, मुख्यमंत्री रमन सिंह, राज्य के गृहमंत्री रामसेवक पैंकरा समेत आला अफ़सरों के साथ बैठक की.
शिंदे ने बस्तर में बैठक के बाद कहा कि नक्सल हिंसा का मुक़ाबला करने के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल आपसी समन्वय से बहादुरी के साथ काम कर रहे हैं. इस वजह से नक्सली बौखला गए हैं और बौखलाहट में इस प्रकार की घिनौनी और कायरतापूर्ण हिंसा कर रहे हैं.खुफ़िया जानकारी थी?नक्सल समस्या ख़त्म करने के लिए केंद्र की ओर से उन्होंने मुख्यमंत्री को हरसंभव सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया.रायपुर में भी पत्रकारों से बातचीत में शिंदे ने दुहराया कि नक्सलियों की सक्रियता की ख़बर खुफ़िया विभाग को थी. लेकिन सही-सही स्थान की जानकारी न होने से यह दुखद घटना घटी है.उन्होंने कहा, “जिस तरह से यह हमला हुआ है, उसका बदला ज़रूर लिया जाएगा. हमारे सभी जवान, चाहे स्टेट के हों या सेंटर के, वे ज़रूर इसका बदला लेंगे.”पत्रकारों द्वारा यह कहे जाने पर कि गृहमंत्री बार-बार ऐसी बातें कहते हैं, शिंदे ने कहा- “हम पहली बार यह बात कह रहे हैं.”उन्होंने केंद्र और राज्य के बीच तालमेल के अभाव को लेकर कहा कि इस बारे में बात हुई है और हमारी कोशिश है कि और बेहतर तालमेल स्थापित हो.