RANCHI: गर्मी ने दस्तक दे दी है। इसके बाद भी सुबह-शाम ठंड का एहसास लोगों को हो रहा है। अचानक से मौसम ने करवट ली तो इसका सीधा असर हास्पिटलों में देखने को मिल रहा है। पिछले तीन दिनों से दिन में गर्मी और शाम होते ही ठंड के कारण तापमान में भी गिरावट हो रही है। तापमान में इस उतार-चढ़ाव के कारण मरीजों की संख्या में अचानक से बढ़ोतरी हो गई है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को रिम्स मेडिसीन ओपीडी में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। इस वजह से बाहर गैलरी में भी लोग अपनी बारी का इंतजार करते देखे गए।

इनडोर में नहीं मिल रहे बेड

चार-पांच दिनों से दिन में गर्मी और रात को ठंड पड़ रही है। इस वजह से ही मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई है। स्थिति यह है कि इनडोर में मरीजों को बेड भी नहीं मिल पा रहा है। लेकिन उनके इलाज में किसी तरह का समझौता नहीं किया जा रहा है।

300 से 400 मरीज बढ़े

रिम्स ओपीडी में वैसे तो हर दिन 1200-1500 मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन मौसम में बदलाव के बाद यह आंकड़ा 1800 के पार पहुंच गया है। इसमें सबसे ज्यादा मरीज मौसमी बीमारियों के हैं। इनके अलावा करीब 30 परसेंट लोग सांस की बीमारी से परेशान हैं। इसके अलावा बच्चों को भी बीमारियों ने अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसे में बच्चों को पेट दर्द, निमोनिया, डायरिया और सर्दी की शिकायत लेकर परिजन पहुंच रहे हैं।

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धूल व धूम्रपान से रहें दूर

डॉक्टर की मानें, तो मौसम बदलने से सबसे अधिक परेशानी सांस के मरीजों को हो रही है। उन्होंने बताया कि सांस रोगियों को स्मोकिंग करने से बचना चाहिए। इससे उनकी समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा सड़कों पर उड़ रही धूल और धुएं भी सेहत बिगाड़ने के लिए काफी हैं। इसलिए मास्क का इस्तेमाल करने से इन छोटी-छोटी समस्याओं से दूर रह सकते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि सांस और दमा के मरीज अभी कुछ दिन सुबह शाम घूमने से परहेज करें तो बेहतर होगा।

वर्जन

दिन में गर्मी को देखते हुए लोग हल्के कपड़े पहनकर निकल रहे हैं। लेकिन शाम तक टेंपरेचर कुछ और हो जाता है। इस वजह से गर्म-ठंड लोगों को बीमार कर रहा है। इसलिए अपने साथ फुल कपड़े लेकर निकलें तो बेहतर होगा। वहीं, बाहर की चीजें खाने से बचने की जरूरत है। दो दिन में अगर कोई बीमारी ठीक न हो तो तत्काल डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। थोड़ी भी लापरवाही आपको बीमार करने के लिए काफी है। इतना ही नहीं, मेडिकल से दवा लेकर खाना भी नुकसान कर सकता है।

-डॉ। बी कुमार, मेडिसीन डिपार्टमेंट, रिम्स

Posted By: Inextlive