होशियार, ठंड में दिल दे सकता है दगा
-सुबह-शाम रखना होगा दिल का ख्याल, भारी पड़ सकती है लापरवाही
-बुजुर्गो पर अधिक खतरा, खून गाढ़ा होने से बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा PRAYAGRAJ: ठंड के मौसम में दिल का विशेष ख्याल रखना होगा। थोड़ी सी लापरवाही आपको परेशानी में डाल सकती है। हॉस्पिटल्स में बढ़ती दिल के मरीजों की संख्या इस ओर संकेत कर रही है। जवानों से अधिक हार्ट अटैक का खतरा बुजुर्गो पर अधिक मंडराता है। डॉक्टरों की माने तो इस मौसम में सुबह-शाम घर से निकलने में थोड़ी कंजूसी करनी चाहिए। खासकर अधिक उम्र के लोगों को अधिक से अधिक गर्म कपड़े पहनने के बाद ही बाहर निकलना होगा। बीस फीसदी बढ़ गए मरीजएसआरएन हॉस्पिटल के कार्डियोलाजी विभाग में आने वाले मरीजों की संख्या इस मौसम में बीस फीसदी तक बढ़ गई है। दिल के मरीजों को इस मौसम में डॉक्टर के चक्कर काटना पड़ रहा है। 14 बेड का आईसीयू वार्ड पूरी तरह फुल है। नए मरीजों को भर्ती करने में डॉक्टरों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल दूसरे हॉस्पिटल्स की ओपीडी का है। यहां भी नए मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
क्याें होती है मरीजों को दिक्कतजानकारी के मुताबिक ठंड में दिमाग के न्यूरोंस होने के कारण खासतौर से उम्रदराज लोगों में तनाव व हाइपरटेंशन बढ़ जाता है। तापमान कम होने से खून के थक्के जमने की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि ब्लड प्लेटलेट्स ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। नसें सिकुड़ने से उनमें 30 फीसदी तक की रुकावट आ जाती है। इससे रक्त व ऑक्सीजन का बहाव दिल की ओर कम हो जाता है। इससे रक्तचाप बढ़ जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों को भी ठंड के मौसम में होशियार रहना चाहिए।
ऐसे होगा बचाव -ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी से ग्रस्त लोगों को बिना तला और कम कैलोरी वाला खाना खाना चाहिए। इससे रक्तचाप नियंत्रित रखने में आसानी रहेगी। -धूप में बैठना चाहिए। गर्म पेय पदाथरें यानि सूप आदि का सेवन करें। -सुबह-शाम टहलने से परहेज करना चाहिए। धूप निकलने के बाद वॉक करें। -हीटर का इस्तेमाल करते हैं तो गर्म पानी का सेवन भी करना चाहिए। -खुद को स्वस्थ रखने के लिए सोने से पहले 2 मिनट के लिए गर्म पानी से भाप लें। इससे हाई ब्लड प्रैशर, डायबिटीज और दिल के रोगियों को राहत मिलती है। -भोजन करने के आधे से एक घंटे बाद चहलकदमी करनी चाहिए। हो जाएं होशियार -सीने में दर्द और एंजाइना।-खाना खाने के बाद जबड़े में दर्द महसूस होना।
-सीने में भारीपन के साथ बांए हाथ और कंधे में दर्द। -अचानक से पसीना आना। इस मौसम में दिल के मरीजों को सावधान रहना होगा। अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें। दवाओं को बंद नही करना चाहिए। अगर लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से मिलकर सलाह का पालन करें। -डॉ। पीयूष सक्सेना, हार्ट स्पेशलिस्ट, एसआरएन हॉस्पिटल