अजब-गजब महाराज! किसी ने कुत्ते की शादी पर की छुट्टी, तो किसी ने विदेशी कारों से उठावाया कूड़ा
बीकानेर के महाराज:
बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह का अपनी जनता के प्रति प्रेम दर्शाने का तरीका काफी अलग था। इनके बारे में कहा जाता है कि वह गरीबों में सोना खूब बांटते थे। एक बार तो उन्होंने अपने वजन के बराबर सोना गरीबों को बांटा था। सोना इतना ज्यादा था कि उस सोने को गरीबों के पालतू जानवर भी नहीं लाद पा रहे थे।
कपूरथला के महाराज:
कपूरथला के महाराज जगजीत सिंह के शौक भी काफी अलग थ्ो। वह लक्ज़री ब्रांड लुइ विटन के सबसे बड़े ग्राहक थे। इसका उदाहरण है कि उनके पास करीब 60 बड़े लुइ विटन के शानदार बक्से थे। यात्रा के बेहद शौकीन महाराज जगजीत सिंह हर जगह अपने साथ इन बक्सों को ले जाते थे।
महाराजा स्वामी माधोसिंह:
महाराजा स्वामी माधोसिंह को बर्तनों का बड़ा शौक था। इनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। इनके खजाने में दुनिया के 2 सबसे बड़े चांदी के बर्तन थे। इन्हें बनाने के लिए करीब 14000 सिक्कों को पिघलाए गए थे। सबसे खास बात तो यह है कि इन चांदी के पतीलों में वह लंदन यात्रा के दौरान गंगाजल भर के ले जाते थे।
उदयपुर के महाराणा:
उदयपुर के महाराणा सज्जन सिंह को क्रिस्टल का गजब का शौक था। शायद इसीलिए अपने पूरे महल में क्रिस्टल लगवाकर उसे क्रिस्टल गैलरी नाम दिया था। इतना ही नहीं पंखे, गिलास, डिनर सेट, टेबल-कुर्सी और परफ्यूम की बोतलें सब क्रिस्टल से जड़े थे। इसके अलावा उनका बिस्तर भी क्रिस्टल का था। उनके इस शौक को पूरा करने का ठेका इंग्लैंड की एफ़. एंड सी. ओस्लेर कंपनी ने लिया था।
महारानी सीता देवी:
बड़ौदा की महारानी सीता देवी का नाम भी अजबोगरीब शौक रखने वाली महारानियों में शामिल था। उन्हें ज्वैलरी के साथ ही साड़ियों का बेहद शौक था। शायद तभी उनके पास 1000 साड़ियां थीं। सबकी मैचिंग के जूते और हैंडबैग भी थे। इसके अलावा वह रूबी जड़ित सिगरेट होल्डर भी रखती थी। इतना ही नहीं उन्होंने यूरोप से एक सोने की जीभ्ही भी मंगाई थी।