कोविड-19 महामारी के दौरान काम के स्थान पर वर्क फ्राॅम होम के प्रचलन में आने से यह टैक्स नियमों के लिए चुनौती बन गया है। टैक्स हाॅलीडे को लेकर कंपनियों में असमंसज है। उम्मीद है कि आने वाले आम बजट में यह साफ हो जाएगा।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। आईटी सेक्टर जो महामारी से लड़ने के दौरान लीडर बन कर उभरा। इस मुश्किल समय में आईटी सेक्टर ने न सिर्फ इसके कारोबार में बढ़ोतरी की बल्कि अपने राजस्व में भी काफी बढ़ोतदी दर्ज की। आईटी सेक्टर जो स्पेशल इकोनाॅमिक जोन (सेज) में हैं उनके कर्मचारी अपने घर से काम कर रहे हैं। अब उनमें टैक्स हाॅलीडे के विस्तार को लेकर असमंजस है।ऑपरेशनल कास्ट कम करने में कंपनियों को होगी आसानीकेपीएमजी इंडिया में टैक्स पार्टनर नवीन अग्रवाल ने कहा कि बजट में इस बात को साफ करना जरूरी है कि जो सेवाएं सेज से बाहर रह कर उन कर्मचारियों द्वारा दी गईं हैं जिनकी कंपनियां सेज में स्थित हैं, उन्हें सेज वाली टैक्स छूट मिलेगी या नहीं। इससे न सिर्फ भविष्य के विवादों के निपटारे में आसानी होगी बल्कि इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियां अपन भारी-भरकम ऑपरेशन कास्ट भी कम कर सकेंगी।

Posted By: Satyendra Kumar Singh