आप हमारे सवाल से हैरान हैं पर हम यूं ही टाइम पास नहीं कर रहे बल्‍कि सच्‍चाई बयान कर रहे हैं आज हम आपको बताते हैं दोनों के बीच चार समानताओं के बारे में जो आप को भी कर देंगी हैरान।

एक ही है जन्म की तारीख
जीहां आज ही के दिन यानि 10 अगस्त को दोनों का जन्म हुआ था। बेशक ये सच है कि स्पाइडर मैन की पहली कॉमिक्स मार्वल कॉमिक्स ने 10 अगस्त को ही प्रस्तुत की थी जिसका नाम था अमेजिंग फैंटेसी। हालाकि ये स्टैंडस पर 15 अगस्त को नजर आयी थी। जबकि उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के छोटे से गांव में 10 अगस्त को ही फूलन देवी का जन्म हुआ था।
दोनों जन्मे साठ के दशक में
दोनों ही साठ के दशक में दुनिया में आये 10 अगस्त 1962 को स्पाइडर मैन दुनिया के सामने आया और उसके ठीक एक साल बाद 10 अगस्त 1963 को एक गांव में मल्लाह परिवार में फूलन देवी का जन्म हुआ।
अन्याय ने लिखी जिंदगी के संघर्ष की कहानी
स्पाइडर मैन के जन्म की कहानी अन्याय की स्याही से ही लिखी गयी। कभी उसके पापा का यूं अजानक उसे छोड़ जाना और कभी अंकल बेन का एक क्रिमिनल के हाथें मरना या फिर गर्लफ्रेंड मेरी जोन का उससे दूर हो जाना सब कुछ उसे एक निरंतर संघर्ष की ओर धकेलते रहे। वहीं फूलन देवी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। पहले वो जातिवाद का शिकार बनीं, फिर बाल विवाह की और उसके बाद टीन एज में गैंग रेप का शिकार हुईं जिसके चलते उन्होंने बंदूक उठा ली और डकैत बन गयीं।
हालाकि स्पाइडर मैन का संर्घष सकारात्मक रहा और फूलन कई लोगों का मर्डर करके डकैत बनने की नकारात्मक राह पर चली गयीं। पर अंत में उन्हें स्पाइडर मैन की तरह ही समझ आया कि बड़ी ताकत के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है और वो चुनाव लड़के एमएलए बनीं।

दोनों ही की जिंदगी पर बनीं फिल्म
स्पाइडर मैन अपने जन्म के करीब 15 साल बाद पहली बार 1977 पर टीवी के लिए बनी एक फिल्म में सेल्युलाइड पर दिखा पर उस पर फुलफ्लैश फीचर फिल्म 2002 में आयी और फूलन देवी के जीवन पर बनी फिल्म बैंडिट क्वीन 1994 में शेखर कपूर ने बनायी। इस तरह एक ही तारीख को जन्मे ये दो नाम 70 एमएम के स्क्रीन पर भी नजर आए।

 

Posted By: Molly Seth