-सुरक्षा कर्मी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ

-भंते को लड़ते देखकर विदेशी श्रद्धालु हुए आहत

GAYA/PATNA: अहिंसा परमो धर्म के रास्ते पर चलते हुए मोह और माया से दूर रहने वाले भंते रविवार को गया में कलियुगी माया के चक्कर में फंसकर हिंसा पर उतर आए। विश्व धरोहर बोधगया के महाबोधि मंदिर कैंपस में दो बौद्ध भिक्षु भिड़ गए और जमकर मारपीट की। महाबोधि मंदिर में रविवार को दो बौद्ध भिक्षु हिंसा पर उतर आए। दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। सुरक्षाकर्मी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। महाबोधि मंदिर के मुख्य पुजारी भिक्षु चालिंदा ने बोधगया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

मारपीट की पुष्टि थानाध्यक्ष मोहन सिंह ने की है। मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा कि मंदिर के बोधिवृक्ष के नीचे पूजा अर्चना हो रही थी। बौद्ध भिक्षुओं की परंपरा के अनुसार वर्षामास

काल समाप्ति के बाद पूर्णिमा पर चीवर दान समारोह वियतनाम के श्रद्धालुओं द्वारा किया गया था।

मंदिर से किया गया बाहर

इसी बीच पूजा स्थल से कुछ दूर 40 से 50 की संख्या में भिक्षु भेषधारी भी अलग समूह में बैठे थे। इन भिक्षुओं को निमंत्रित नहीं किया गया था। पूजा-प्रार्थना के दौरान हो-हल्ला होने की आवाज सुनाई दी। भिक्षु ठाकुर के नाम से चर्चित था। वह एक अन्य भिक्षु के साथ मारपीट और गाली-गलौज कर रहा था। इसमें भिक्षु घायल हो गया। उसका इलाज स्थानीय स्तर पर कराया जा रहा है। मारपीट करने वाला भिक्षु बोधगया के मस्तीपुर का रहने वाला है। सूचना पर पुलिस पदाधिकारी पहुंचे। घटनास्थल से हंगामा और अशांति फैलाने वाले भिक्षु भेषधारी को महाबोधि मंदिर परिसर से निकाला गया। मारपीट के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

खंगाल रहे हैं सीसीटीवी फुटेज

इस तरह की घटना से विदेशी श्रद्धालु आहत हुए। मुख्य पुजारी ने कहा कि कुछ ऐसे भेषधारी विश्वविख्यात महाबोधि मंदिर की गरिमा को धूमिल कर रहे हैं। जल्द ऐसे लोगों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मारपीट के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। मंदिर परिसर में अशांति फैलाने वाले भिक्षुओं पर कार्रवाई होगी।

Posted By: Inextlive