हाल ही में गूगल का पुर्नगठन हुआ है। जिसमें सर्च इंजन गूगल ने अपनी'अल्फाबेट' नाम से एक नई कंपनी तैयार की है। इस कंपनी से अब गूगल के कार्यक्षेत्र में काफी बदलाव आ जाएगा। जिसमें अब गूगल की बड़ी गतिविधियां इसके अंडर में होंगी। इसके साथ ही सबसे खास बात तो यह है कि बदलाव के इस कदम से निवेश और शोध ईकाइयां स्मार्ट-होम यूनिट 'नेस्ट' और ड्रोन शाखा जैसी तमाम चीजें इससे जुड़ रही हैं।


प्रेसीडेंट सुंदर पिचाईहाल ही में गूगल कपंनी का पुर्नगठन करके इसके बढते कार्यक्षेत्र को काफी आसान बनाने की प्रयास किया गया है। जिससे अब सर्च इंजन गूगल ने अपनी'अल्फाबेट'नाम से एक नई कंपनी खोली है। इस कंपनी के सीईओ गूगल के संस्थापक लैरी पेज होंगे। इसके साथ गूगल के सह संस्थापक सेरगे ब्रिन अल्फाबेट कंपीन में नए प्रेज़ीडेंट का पद सभालेंगे। गूगल के मौजूदा चेयरमैन एरिक श्मिट को अल्फाबेट का कार्यकारी चेयरमैन बनाया जाएगा। वहीं अब गूगल के नए सीईओ भारत में जन्मे सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुंदर पिचाई बनाए होंगे। दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल के बिजनेस की रीस्ट्रक्चरिंग के पीछे माना जा रहा है कि गूगल अब दुनिया में बड़े प्रोजेक्ट और निवेश के क्षेत्र में अपना फोकस काफी तेजी से करना चाहती है। ऐप, यूट्यूब और एंड्रॉयड


वहीं गूगल की इस रीस्ट्रक्चरिंग को लेकर गूगल के संस्थापक व अल्फाबेट के सीईओ का लैरी पैज का कहना है कि अल्फाबेट कंपनी गूगल की अच्छी पैरेंटिंग करेगी। अब इसी के तहत गूगल कंपनी की हर बड़ी गतिविधि संचालित की जाएगी, क्योंकि गूगल ने आज एक बड़े क्षेत्र में अपनी पकड़ जमा ली ळै। जिससे अब अल्फाबेट इसे कार्य को काफी अच्छे से निगरानी करेगी। उनका कहना है कि कभी एक सर्च इंजन से शुरूआत करने वाली गूगल कंपनी ने आज अपना विस्तार कई क्षेत्रों में कर लिया है। आज गूगल ने यूट्यूब, एंड्रॉयड और जीमेल जैसे कई सारे बेहद पॉपुलर इंटरनेट प्रोडक्ट्स खरीद लिए है। इसके साथ ही लैरी पेज का कहना है कि हालांकि गूगल अभी भी अपनी इंटरनेट सर्च, ऐप, यूट्यूब और एंड्रॉयड आदि का संचालन खुद ही करेगा। ये आज ये गूगल के बेहद पॉपुलर प्रोडॅक्ट हैं।नेस्ट और ड्रोन शाखा

गूगल की अल्फाबेट कंपनी के तहत के निवेश और शोध ईकाइयां, स्मार्ट-होम यूनिट 'नेस्ट' और ड्रोन शाखा शामिल जैसी कई नई चीजें जुड़ रही हैं। सबसे खास बात तो यह है कि अल्फाबेट कंपनी आगे आने वाले सालों में काफी तेजी से बढ़ने की तैयारी में है। आने वाले सालों में अल्फाबेट अलग-अलग तरह के लीडर, कंपनियों के लिए अलग-अलग कल्चर और अलग-अलग रिसॉर्सेज को ध्यान में रखते हुए काम करने की तैयारी में हैं। इतना ही नहीं यह भी माना जा रहा हैं कि इसमें और भी कई कंपनियां शामिल होगीं, क्योंकि अल्फाबेट एक होल्डिंग कंपनी है। इसके साथ ही अल्फाबेट के सीईओ लैरी पेज का कहना है कि अल्फाबेट इस दौरान मर्ज हुई कंपनियों के विभिन्न वेंचर्स की निगरानी करेगी। इस दौरान वह तय करेगी कि हर वेंचर पूरी आजादी से काम करे।

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Posted By: Shweta Mishra