हमने अक्‍सर सीमेंट और कंक्रीट का नाम सुना होगा। इनको इस्‍तेमाल होते भी देखा होगा लेकिन पूरी इमानदारी से बताइएगा कि हममें से कितने लोग इन दोनों के बीच के अंतर को जानते हैं। यहां आपको चलाने होंगे अपने दिमाग के घोड़े और बताइए कि क्‍या अंतर है इन दोनों में। ये बात तो सभी को पता है कि इन दोनों मटीरियल का इस्‍तेमाल घर बनाने में किया जाता है। अब ये जानना भी बहुत जरूरी है कि जिन चीजों से मिलकर हमारा घर बना है हम उसके बारे में जानें। आइए बताते हैं आपको भी कि क्‍या अंतर है सीमेंट और कंक्रीट में।


ये है सीमेंट    सीमेंट असल में 'पोर्टल सीमेंट' को सामान्य भाषा में बोला जाने वाला शब्द है। अब आप सोच रहे होंगे कि ये क्या है। नहीं, नहीं ये कोई ब्रांड नेम नहीं है। ये दुनिया भर में इस्तेमाल की जाने वाली एक तरह की बेहद खास सीमेंट है। 'पोर्टलैंड' को सामान्य शब्दों में सीमेंट इस तरह से कहा जाता है, जैसे टिपिकल स्टील किचेन अप्लाइंसेस को सामान्य भाषा में 'स्टेनलेस' के नाम से जानते हैं। अब दूसरा सवाल ये उठता है कि ये सीमेंट आई कहां से। मतलब इसकी शुरुआत हुई कहां से। वैसे इसके जन्म की कहानी जरा अस्पष्ट है। कहा ये भी जाता है कि इस सीमेंट के इस्तेमाल की शुरुआत नींबू और ज्वालामुखी की राख के मिक्सचर के रूप में हुई। इस मिक्सचर का इस्तेमाल रोम के लोग बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स और प्रसिद्ध देवताओं के मंदिर बनाने में करते हैं।  आज की सीमेंट
वहीं आज की सीमेंट पूरी तरह से पोर्टलैंड सीमेंट है। ये सीमेंट पत्थर की गिट्टियों को पीसकर बनाई जाती है। इसके अलावा धातुमल चूना पत्थर और खनिज aluminosilicate  को पीसकर भी एक तरह की खास सीमेंट तैयार की जाती है। पोर्टलैंड सीमेंट नेचर से हाइड्रोलिक होती है। इसका मतलब ये है कि इसमें अगर पानी मिलाएंगे, तो ये उसको पूरी तरह से सोख लेगा और थोड़ी ही देर में काफी सख्त हो जाएगा। इसका एक और स्वभाव होता है कि ये पानी को बहुत जल्द सोख लेता है। Interesting News inextlive from Interesting News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma