-एक महीने पहले हुई थी अजमल और राहुल में दुश्मनी

-राहुल को जेल भिजवाने के पीछे अजमल ने की थी सेटिंग

PRAYAGRAJ: पुलिस राहुल दुबे मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुंच गई है। हत्या की वजह सिर्फ एक एंगल पर आकर अभी तक रुकी हुई है। राहुल और अजमल के बीच बालू के पैसे के लेन-देन को लेकर मिसअंडरस्टैंडिंग हुई थी। स्वाट टीम और क्राइम ब्रांच ने कई ऐसे लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ करने के बाद केस आइने की तरह साफ दिखाई देने लगा है।

जानकारी के मुताबिक करीब महीने भर पहले एसडीएम ने देर रात गाड़ी को ओवरटेक करने के मामले में ट्रैक्टर और राहुल को गिरफ्तार किया था। इस दौरान राहुल को गिरफ्तार करानी की पूरी सेटिंग अजमल ने की थी। इससे पहले भी अजमल ने राहुल की कई गाडि़यों को बालू सहित पकड़वाया था, जो थाने पर सीज खड़ी है। बस इसी बात को लेकर दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हुई और राहुल पर कार्रवाई कर जेल भेजा गया था। यहां राहुल जेल से छूटने के बाद अजमल को देख लेने की धमकी दी थी।

अब राहुल और चंदन की कहानी

राहुल पहले चंदन सिंह के यहां पांच सौ रुपए प्रतिदिन पर काम करता था। उसी दौरान अजमल ने पार्टनरशिप में काम करने का ऑफर दिया। फिर क्या राहुल ऑफर एक्सेप्ट कर लिया। दोनों साथ काम करने लगे। सूत्रों की मानें तो चार से पांच साल पहले मिलकर दोनों ने दो बीघे के तालाब पर खनन करके अच्छा-खासा पैसा कमाया था। बाद में उसी कमाई से एक बोलेरो गाड़ी खरीदी गई थी। यह गाड़ी अजमल ने अपने नाम पर खरीदी थी लेकिन उसकी किश्त राहुल जमा करता था। उस दौरान भी दोनो के बीच पैसे को लेकर थोड़ी कहासुनी हुई थी। बाद में अजमल ने बोलेरो को बेच दिया था। कुछ दिनों के बाद दोनों बालू का काम करने लगे थे। राहुल और अजमल बालू कारोबार को लेकर विवाद भी हुआ था। इसके बाद दोनों अलग काम करने लगे।

जेल में हुई थी मीटिंग

अजमल और नुरैन की मीटिंग जेल में हुई। सूत्रों की मानें तो उसके बाद दोनों ने मिलकर पूरी साजिश रच दी। अजमल हिस्ट्रीशीटर असलम टाटा का बेटा है। पिता की मौत काफी से पहले हो गई थी। उसके पिता ने भी 10 साल पहले जेल रोड पर एक युवक को सिर में गोली मारी थी। करीब पांच साल पहले ही अजमल ने खुद को गोली मारकर दूसरे को फंसाने की कोशिश की थी। विवेचना के बाद पुलिस ने अजमल को दोषी पाया था।

शॉर्प शूटर है नुरैन

नुरैन के बारे में में कुछ और भी खास बातें निकलकर सामने आई हैं। बताते हैं कि नुरैन सिर में गोली मारने में एक्सपर्ट है। पांच साल पहले अरैल के रहने वाले ज्ञानू पंडित से भी इसका कुछ लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद उसने ज्ञानू पंडित को भी सिर मे ही गोली मारी थी। मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसलिए इसे सिर पर गोली मारने का शॉर्प शूटर कहा जा रहा है।

पिस्टल का भी खुला राज

राहुल के मर्डर करने में जो तमंचा इस्तेमाल हुआ है, वह कहां से आया? सूत्रों के मुताबिक हत्या में प्रयुक्त होने वाली पिस्टल औद्योगिक क्षेत्र स्थित सोडियाभीट के रहने वाले एक युवक का नाम सामने आ रहा है। उसने अरैल में दबंग परिवार से मिलकर पिस्टल और कारतूस दिलवाया। बताया जा रहा है कि घटना के दो दिन पहले अजमल, नुरैन और तीसरे व्यक्ति को एक साथ सोडियाभीट में बात करते देखा गया था।

सभी को अलग-अलग रखकर पूछताछ

स्वॉट टीम और क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किये गए युवकों से पूछताछ कर रही है। सभी को अलग-अलग स्थानों पर रखा गया। नैनी कोतवाल का कहना है कि मामले का खुलासा जल्द ही किया जाएगा। कुछ अन्य जानकारी व आरोपी की तलाश की जा रही है।

Posted By: Inextlive