बीते रविवार को बॉलीवुड में वर्तमान सुपरस्‍टार शाहरुख खान को इंटरटेनमेंट की दुनिया में इंट्रोड्यूस कराने वाले फिल्‍ममेकर और एक्‍टर लेख टंडन ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लेख टंडन की जिंदगी पर एक किताब भी लिखी गई है पांचवे वेद का गायक इसी किताब के जरिए रूबरू होते हैं उनकी जिंदगी कुछ खास बातों से।

कई बेहतरीन फिल्में बनाईं

हालांकि आज सब लेख टंडन उनके एक ही अचीवमेंट से जोड़ रहे हैं कि उन्होंने बॉलीवुड को रोमांस के बादशाह शाहरुख खान से परिचित कराया था, पर ये उनकी पूरी पहचान नहीं है। लेख टंडन ने कई कामयाब फिल्में बनाई हैं और अभिनय भी किया है। वो सफल टीवी शो निर्माता भी थे। 

ब्लॉकबस्टर फिल्म मेकर

लेख टंडन ने 1962 में फिल्म प्रोफ़ेसर जैसी ब्लॉकबस्टर मूवी का निर्देशन किया था। इसके बाद उन्होंने प्रिंस, आम्रपाली, झुक गया आसमान, एक बार कहो और अगर तुम ना होते जैसी सुपरहिट और शानदार फिल्मे बनायीं। 

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जिंदगी के हर रंग को करीब से महसूस किया

लेख टंडन की जिंदगी की कहानी आजाद भारत के शुरूआती दौर से लेकर वर्तमान हिंदुस्तान के हर बदलाव के साथ चलती है। उन पर लिखी बायोग्राफिकल किताब पांचवे वेद का गायक में कहानी उनकी लाइफ के साथ साथ आजादी मिलने और उसके बाद बंटवारे के दर्द और उसकी भयानक तस्वीर को भी बयान करती है। ऐसा लगता है कि दोनो बातें एक दूसरे में गुथी हुई हैं। 

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ऑस्कर तक का सफर

उन्होंने 1966 में आम्रपाली जैसी भव्य ऐतिहासिक फिल्म बनाई। इस फिल्म को अकेडमी अवार्ड के बेस्ट फारेन लैंग्वेज श्रेणी के तहत नामित किया गया था। फिल्म में वैजंयतीमाला और प्रदीप कुमार लीड रोल में नजर आये थे। 1978 में उन्हें फिल्म दुल्हन वही जो पिया मन भाये के लिए बेस्टस्क्रीन प्ले काफिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। वहीं 1983 में फिल्म अगर तुम ना होते के लिए उन्हें बेस्ट डायरेक्टर का फिल्म फेयर दिया गया। 

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अभिनेता भी 

लेख टंडन ने एक्टिंग के क्षेत्र में भी अपने हाथ आजमाये थे और उन्होंने स्वदेश,पहेली, रंग दे बसंती, हल्ला बोल, चेन्नई एक्सप्रेस और चार फुटिया छोकरे जैसी फिल्मों में काम किया। 

 


Posted By: Molly Seth