मूडीज के बदले मूड से मोदी की बल्ले-बल्ले, जानें इस रेटिंग का मतलब और क्या होगा आप पर असर
क्या है मूडीज और उसकी रेटिंगदुनिया की तीन बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक मूडीज है। दो अन्य रेटिंग एजेंसियों में फिच और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स शामिल हैं। 1908 में मूडीज की स्थापना की गई थी। यह एजेंसी सरकारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा जारी बॉन्ड पर आधारित वित्तीय रिसर्च करती है। इसी आधार पर वह देश की क्रेडिट रेटिंग जारी करती है। कुल मिलाकर उसकी रेटिंग के आधार पर यह तय होता है कि अमुक देश में निवेश कितना सुरक्षित है। मूडीज Aaa से लेकर C तक रेटिंग जारी करती है। Aaa सबसे बेहतर और C सबसे खराब रेटिंग है।
अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग अच्छी हो तो उस देश की सरकार ही नहीं वहां कारोबार कर रही कंपनियों को भी फायदा मिलता है। इंटरनेशनल लेंडर्स जैसे वर्ल्ड बैंक या दूसरे स्रोतों से सरकारों को कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है। जब सरकारों को कर्ज के लिए कम ब्याज चुकाना होगा तो वे जनकल्याण में ज्यादा खर्च सकेंगी जिसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा। साथ ही यहां कारोबारियों को भी कम ब्याज दर पर कर्ज मिलेगा और वे निवेश आकर्षित कर सकेंगे जिससे वे ज्यादा रोजगार के अवसर मुहैया करा सकेंगे। इसका भी फायदा लोगों तक सीधे पहुंचेगा।