- सिगरा बवाल मामले में पुलिस ने तेज की कार्रवाई, आधा दर्जन व्हाट्स एप्प ग्रुप समेत दस से ज्यादा नंबर चिन्हित

- घटना के वक्त से लेकर दूसरे दिन सुबह तक लगातार बवाल बढ़ाने के लिए फैलाई जा रही थी अफवाह, दर्ज होगा मुकदमा

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सिगरा के विद्यापीठ मोहल्ले में हुए उपद्रव, पथराव, आगजनी और पुलिस पर हमले के बाद माहौल बिगाड़ने का पूरा खेल व्हाट्स एप्प के जरिए रचा गया था। ये पुलिस की जांच में सामने आया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो जिस वक्त रविवार की शाम पहली बार मामला गर्माया उसी वक्त व्हाट्स एप्प ग्रुपों पर हलचल तेज कर दी गई थी। लल्लापुरा, औरंगाबाद और कई इलाकों में कुछ लोगों ने कई ग्रुपों के जरिए ये मैसेज वायरल करना शुरू कर दिया था कि सिगरा पर कफ्र्यू लग सकता है। इसके बाद मामला गर्माता गया और देर रात घटना के बाद व्हाट्स ने आग में घी का काम किया और मामला हाथ से निकल जाने के बाद पुलिस को हवाई फायरिंग और लाठी डंडे संग रबर बुलेट चलाकर चीजें संभालनी पड़ी।

कई ने की है नेतागिरी भी

पुलिस की जांच के बाद सोमवार को 14 नामजद समेत 200 से ज्यादा अज्ञात पर दर्ज मुकदमे के तहत गिरफ्तार बाप बेटे सज्जाद और राजू को मेन साजिशकर्ता बताते हुए पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। जिनको मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। हालांकि पुलिस मंगलवार को इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी। मौके पर फोर्स भी कम कर दी गई है और चीजें पूरी तरह से सामान्य हो गई हैं। हालांकि पुलिस की छापेमारी जारी रही और कई से पूछताछ भी की गई। इस दौरान पता चला है कि मोहल्ले के कई लोकल छुट्भैय्या नेताओं ने भी अपनी नेतागिरी चमकाने का काम इस उपद्रव में किया है।

कई लोकल ग्रुप ने किया मेन काम

पुलिस जांच में ये पता चला है कि पूरा माहौल व्हाट्स एप्प पर चल रहे कई लोकल ग्रुपों ने बिगाड़ा, मौके पर मस्जिद में आग की अफवाह संग पथराव की झूठी खबरें पहले से ही उड़ा दी गई। जिससे भीड़ जुटने लगी और मामला अकेले थाने लेवल का नहीं रहा। जबतक पुलिस पहुंचती तब तक हालात बिगड़े और मामला साम्प्रदायिक रंग ले लिया।

Posted By: Inextlive