आर्यन खान के व्हाॅट्सएप चैट से इंटरनेशनल ड्रग तस्करी का खुलासा, 7 अक्टूबर तक बढ़ी रिमांड
मुंबई (पीटीआई)। एनसीबी ने सोमवार को शहर की एक अदालत के समक्ष दावा किया कि बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और दो अन्य लोगों के व्हाट्सएप चैट से &&चौंकाने वाली और आपत्तिजनक&य&य सामग्री बरामद हुई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), जिसने आर्यन खान और अन्य आठ आरोपियों को गुरुवार तक अदालत से रिमांड पर लिया। उन्हानें यह भी दावा किया कि व्हाट्सएप चैट में वह खरीद (दवाओं की) के लिए भुगतान के तरीकों पर चर्चा कर रहा है और वह कई कोड नामों का उपयोग कर रहा है। आर्यन खान के वकील ने दावा किया कि उनके मुवक्किल के पास से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुआ है।
7 अक्टूबर तक बढ़ी रिमांड
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट आर एम नेर्लिकर ने आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा की एनसीबी रिमांड 7 अक्टूबर तक बढ़ाते हुए कहा कि जांच के लिए उनकी आगे की पूछताछ की आवश्यकता है जो कि प्रमुख महत्व का है। रविवार को एनसीबी को दी गई उनकी एक दिन की हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद तीनों को अदालत में पेश किया गया। आर्यन खान (23), धमेचा और मर्चेंट को रविवार शाम को गिरफ्तार किया गया और रविवार को एक विशेष हॉलिडे कोर्ट में पेश किया गया, जिसने उन्हें सोमवार तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया। एनसीबी ने गोवा जाने वाले जहाज पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया था। न्यायाधीश ने छह अन्य आरोपियों को भी सात अक्टूबर तक के लिए एनसीबी की हिरासत में भेज दिया है।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि मामले में जांच प्रमुख महत्व की है और इस पहलू पर विचार करते हुए एनसीबी के समक्ष आरोपी की और उपस्थिति जरूरी है। अदालत ने कहा, "जांच सबसे अहम है और विस्तृत जांच के लिए आरोपी की मौजूदगी जरूरी है। यह अभियोजन और आरोपी दोनों के लिए अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए उपयोगी है।" छह अन्य - नुपुर सतीजा, इश्मीत चड्ढा, मोहक जायसवाल, गोमित चोपड़ा, विक्रांत छोकर और उपनगर जुहू (नाम का खुलासा नहीं) के एक ड्रग सप्लायर को बाद में गिरफ्तार किया गया। अदालत ने उन्हें एनसीबी की हिरासत में भेजते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया उनके खिलाफ मामला बनता है और इसलिए उनसे पूछताछ की जरूरत है।
ड्रग तस्करी का एंगल आया सामने
एनसीबी ने सोमवार को आर्यन खान, मर्चेंट और धमेचा की 11 अक्टूबर तक और हिरासत की मांग की, इस आधार पर केंद्रीय एजेंसी को दवा उपभोक्ताओं और आपूर्तिकर्ताओं के बीच गठजोड़ का पता लगाना था, और सभी गिरफ्तार आरोपियों का एक-दूसरे से सामना कराना था और नशीले पदार्थों के अन्य आपूर्तिकर्ताओं को पकड़ना था। हालांकि, अदालत ने उनकी हिरासत केवल 7 अक्टूबर तक बढ़ाई। एनसीबी की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने अदालत के समक्ष दावा किया कि आर्यन खान सहित गिरफ्तार आरोपियों की ड्रग पेडलर्स और आपूर्तिकर्ताओं के साथ व्हाट्सएप चैट के माध्यम से आपत्तिजनक सामग्री मिली थी। एनसीबी के वकील ने तर्क दिया, “अभी छापेमारी चल रही है। आरोपी के व्हाट्सएप चैट में बरामद चौंकाने वाली और आपत्तिजनक सामग्री अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी को दर्शाती है।”