-जत्थों का एक होगा ग्रुप लीडर, कांवड़ मित्र भी बनाए जाएंगे

-सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के तहत ही बज सकेगा साउंड सिस्टम

BAREILLY: आजकल लोगों की जिंदगी सोशल साइट्स के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। सबसे ज्यादा शेयरिंग व्हाट्सएप पर होती है। इसी व्हाट्सएप के जरिए पुलिस ने कांवडि़यों की सिक्योरिटी और मॉनिटरिंग की तैयारी कर ली है। इसके लिए कांवडि़यों के जत्थों को एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा। प्रत्येक ग्रुप का एक कांवडि़या लीडर होगा और उसमें दो अन्य लीडर भी होंगे। इन्हें कांवड़ मित्र भी कहा जाएगा। इन ग्रुप से स्थानीय चौकी इंचार्ज या थाना प्रभारी जुड़ा होगा और कांवडि़यों के ग्रुप यानि जत्थों पर नजर रखेगा और उन्हें निर्देश भी दे सकेगा। जल्द ही सभी जत्थेदारों और उनके मुखिया की डिटेल कलेक्ट कर ली जाएगी। एडीजी जोन ब्रज राज मीणा ने सभी जिलों के कप्तानों को सावन में कांवडि़यों की सिक्योरिटी का प्लान तैयार करने के निर्देश्ा दिए हैं।

रूट पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

कांवडि़यों की सिक्योरिटी के लिए सादा वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। कांवडि़यों के वेष में भी पुलिसकर्मी ड्यूटी करेंगे। सेंसिटिव प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा ड्रोन कैमरे भी हायर किए जाएंगे। डीएम और एसएसपी को कांवड़ रूट का निरीक्षण करना होगा। बाहर से भी फोर्स की डिमांड की जाएगी। पुलिस सोशल मीडिया पर आने वाली आपत्तिजनक पोस्ट पर भी नजर रखेगी। खुराफातियों को चिह्नित कर रेड कार्ड दिए जाएंगे। सैटरडे से हैवी व्हीकल का रूट डायवर्जन किया जाएगा।

मानकों के तहत ही बजेगा साउंड सिस्टम

कांवड़ के दौरान प्रति वर्ष डीजे पर पाबंदी लगा दी जाती है। इस बार अभी तक सुप्रीम कोर्ट के मानकों के तहत साउंड सिस्टम बजाने के निर्देश दिए गए हैं। दिन और रात में अलग-अलग ध्वनि के मानक निर्धारित किए गए हैं। कांवडि़यों को इन नियमों का पालन करना होगा। कांवडि़यों को पीसफुल मैनर में ही कांवड़ लेकर जाना होगा। साउंड सिस्टम पर फूहड़ गाने नहीं बजेंगे। डीजे संचालकों को नोटिस भेजे जाएंगे और तय सीमा से अधिक साउंड बजने पर डीजे को जब्त कर लिया जाएगा। रोड पर चलेंगे, लेकिन किसी भी राहगीर को कोई प्रॉब्लम नही होनी चाहिए।

साउंड सिस्टम के लिए मानक

प्लेस डे (डेसीमल) नाइट (डेसीमल)

इंडस्ट्रियल एरिया 75 70

कॉमर्शियल एरिया 65 55

रेजीडेंशल एरिया 55 65

पीसफुल एरिया 50 40

नोट- डे- सुबह 6 से रात 10 बजे तक और नाइट रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक

कांवडि़यों के जत्थे को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा जाएगा। कांवड़ मित्र बनाए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट के मानकों के तहत ही साउंड सिस्टम बज सकेगा।

ब्रज राज मीणा, एडीजी जोन बरेली

Posted By: Inextlive