टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है। इसकी वजह है उनका शांत स्वभाव मगर धोनी को भी एक बार गुस्सा आया था और इसका शिकार बने थे चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव। कुलदीप ने उस लम्हे को फिर से याद किया और बताया आखिर मैदान में क्या हुआ था।

नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक रहे एमएस धोनी की सफलता की वजह उनका शांत स्वभाव रहा। धोनी ने कई बड़े-बड़े मैचों में टीम इंडिया की कमान संभाली मगर कभी गुस्सा नहीं हुए। यही वजह है कि उन्हें कैप्टन कूल कहा जाता था। खैर धोनी भी इंसान है, वह कभी गुस्सा नहीं करेंगे, ऐसा नहीं हो सका। माही ने तीन साल पहले चलते मैच में अपने साथी गेंदबाज कुलदीप यादव को तेज फटकार लगाई थी। उस डांट को कुलदीप आज तक नहीं भूले।

2017 का है ये मामला

स्पोर्ट्स एंकर जतिन सप्रू के साथ इंस्टाग्राम चैट के दौरान कुलदीप ने उस पल को फिर से याद किया और बताया, उन्हें डांट किस वजह से पड़ी। ये वाक्या 2017 का है, श्रीलंका टीम वनडे सीरीज खेलने भारत आई थी। एक मैच इंदौर में खेला गया। भारत ने रोहित शर्मा के शतक की बदौलत बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके बाद जब श्रीलंकाई टीम बैटिंग करने आई तो उनके बल्लेबाजों ने भी ताबड़तोड़ रन बनाने शुरु कर दिए। फिर माही ने गेंद कुदलीप यादव के हाथों में दी।

इस वजह से धोनी ने खोया अपना आपा

कुलदीप ने बताया, 'कुसल (परेरा) ने कवर्स पर एक चौका लगाया। धोनी भाई ने विकेटों के पीछे से चिल्लाते हुए मुझे फील्डिंग बदलने को कहा। मैंने उनके सुझाव को नहीं माना और अगली गेंद पर कुसल ने रिवर्स स्वीप के साथ एक और चौका लगाया।" इसके बाद जो हुआ, वो ये भारतीय गेंदबाज कभी नहीं भूलेगा। कुलदीप कहते हैं, 'चौका खाने के बाद गुस्से में धोनी मेरे पास आए और बोले, 'क्या मैं पागल हूं? मैंने 300 एकदिवसीय मैच खेले हैं और तुम मेरी बात नहीं सुन रहे।' धोनी का यह रूप देखकर कुलदीप काफी डर गए थे।

डर गए थे कुलदीप यादव

उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्में कुलदीप कहते हैं, 'मैच खत्म होने के बाद जब हम टीम बस में पहुंचे तो, मैं माही के पास माफी मांगने गया। चाइनामैन गेंदबाज ने कहा, 'मैं उस दिन उससे बहुत डर गया था। मैच के बाद, मैं टीम की बस में उनके पास गया और पूछा कि क्या आपको इससे पहले कभी गुस्सा आया है। तब माही ने जवाब दिया, '20 साल से मैंने गुस्सा नहीं किया है।' खैर कुलदीप को उस दिन धोनी का नया अवतार देखने को मिला था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari