पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माइ वे’ में अपनी लाइफ के एक बहुत निजी राज का खुलासा किया है. उन्‍होंने लिखा है कि अपने शानदार करियर में एक बार खराब पेट के कारण मुझे अपने अंडरवियर में टिशू पेपर लगाकर मैदान में उतरना पड़ा था. यह वाकया विश्व कप-2003 के सुपर-6 चरण के तहत 10 मार्च को श्रीलंका के खिलाफ जोहान्सबर्ग के वांडर्स मैदान में खेले गए मैच का है. सचिन ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माइ वे’ में लाइफ के अच्‍छे बुरे सारे अनुभवों को लिखा है जिससे सचिन के फैंस उनको और करीब से जान पायेंगे.


ड्रिंक्स में नमक हुआ बेअसर


क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर जब चौके-छक्के जड़ते थे तो फैन्स का दिन बन जाता था, लेकिन शायद ही कोई जानता हो कि एक ऎसे ही एक मैच के दौरान उन पर क्या बीती थी. सचिन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘प्लेइंग इट माई वे’ में लिखा है कि मुझे अपने साथ हुए इस हादसे को लिखते हुए थोड़ी शरम भी आ रही है. मैच से एक दिन पहले मेरा पेट खराब था और मैं डिहाइड्रेटेड महसूस कर रहा था. दरअसल पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान आए क्रैंप से मैं पूरी तरह उभर नही पाया था जिसके कारण मुझे बहुत से आइसोटॉनिक ड्रिंक्स लेने पड़ रहे थे. मैंने मैच से पहले ड्रिंक्स में थोड़ा नमक भी डाला था, मुझे लगा कि इससे मुझे क्रैम्प से उबरने में मदद मिलेगी, लेकिन मेरी हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई. मुझे अंडरवियर में टिशू पेपर रखकर बल्लेबाजी करनी पड़ी. एक बार तो स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि मुझे ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान ड्रेसिंग रूम में भी जाना पड़ा था. 

जीत के बाद मिला सुकून


तेंदुलकर लिखते हैं, 'मैंने किसी तरह 97 रन बनाए, लेकिन बैटिंग करते वक्त मरोड़ उठना अच्छा एक्सपीरियंस नहीं था. मैं अपने आप को बर्दाश्त की हदों से परे धकेल रहा था, लेकिन आखिर में जब नतीजे सही रहे, तब जाकर बहुत खुशी हुई. सचिन की 97 रनों की पारी की मदद से भारत ने यह मैच 183 रनों से जीता. सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच से करीब 9 दिन पहले मैच खेला था. जिसमें सचिन ने 98 रन बनाकर जीते थे. इस दौरान सचिन मैन ऑफ द मैच भी घोषित हुए थे, लेकिन इसी मैच में सचिन को क्रैम्प की प्राब्ल्ाम शुरू हुई थी

Posted By: Satyendra Kumar Singh