मेरठ में कबाड़ी बाजार की 400 सेक्स वर्कर्स के ठिकाने पुलिस को नहीं है पता

जनहित याचिका दायर करने वाले वकील ने डीएम, एसएसपी और डीपीओ से मांगी जानकारी

Meerut। सीएमओ मेरठ की रिपोर्ट में रेड लाइट एरिया कबाड़ी बाजार में 6 एचआईवी पीडि़त सेक्स वर्कर्स पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई के पूर्व थीं, वे अब कहां हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील और ज्योति वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुनील चौधरी ने मेरठ डीएम, एसएसपी और जिला प्रोबेशन अधिकारी को पत्र लिखकर सवाल किया है कि मेरठ के कबाड़ी बाजार में करीब 400 बालिग और नाबालिग सेक्स वर्कर्स थीं। कोठों को सील करने के बाद अब यह सेक्स वर्कर्स कहां है?

शहरभर में फैली सेक्स वर्कर्स

बता दें कि सुनील चौधरी ने मेरठ के कबाड़ी बाजार में संचालित अवैध कोठों में चल रहे देह व्यापार के खिलाफ जनहित याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की थी, जिसपर हाईकोर्ट ने इन कोठों को खाली कराने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद गत दिनों पुलिस-प्रशासन ने 57 कोठों को सील कर सेक्स वर्कर्स को कबाड़ी बाजार से खदेड़ दिया था। देह व्यापार का अवैध कारोबार अब कोठों से कोठियों में शिफ्ट हो गया है। कोठों पर ताला लगने के बाद शहर की पॉश कॉलोनियों में सेक्स वर्कर्स ने अपना ठिकाना बना लिया है। गत दिनों पुलिस की छापेमारी में शहर की पॉश कॉलानियों में देह व्यापार करने के आरोप में कई सेक्स वर्कर्स को पकड़ा है। वकील का कहना है कि सेक्स वर्कर कहां है? इस पर एक हफ्ते बाद हाईकोर्ट में सुनवाई भी होनी है। इसी को लेकर पुलिस, प्रशासनिक अफसरों को पत्र भी भेजा गया है। मेरठ में कार्रवाई के दौरान सेक्स वर्कर्स को रेस्क्यू नहीं किया गया।

Posted By: Inextlive