-21 मई से लापता हैं राजीव रंजन

-स्क्रैप कारोबारी ने कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा

-पुलिस को सूचना देने के बावजूद नहीं हो सकी कार्रवाई

-एसएसपी ने थाना प्रभारी को दिया मामले की जांच का आदेश

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पिछले 20 दिनों से दो छोटी बच्चियां अपनी मां के साथ पापा की तलाश में एसएसपी ऑफिस आ रही हैं। उन्हें लगता है कि यहां शायद उनके पापा का कोई क्लू मिल जाए। लेकिन, रोज उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। उनकी मां जया रंजन इस बात से परेशान है कि आखिर उसके हसबेंड गए तो आखिर कहां? पुलिस उनकी तलाश करने में इंट्रेस्ट क्यों नहीं ले रही हैं? ट्यूजडे को भी वह अपनी दोनों छोटी बच्चियों के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंची और मदद की गुहार लगायी।

21 मई से लापता है राजीव रंजन

काशीडीह लाइन नंबर 5 व मकान नंबर 151 निवासी जया रंजन का कहना है कि उसके हसबेंड राजीव रंजन 21 मई से लापता हैं। वह पुलिस को उन लोगों के नाम भी बता रही है, जिनपर उसे शक है, लेकिन उन्हें अरेस्ट करना तो दूर, पुलिस उनसे पूछताछ तक नहीं कर रही है। इस कारण वह पूरी तरह लाचार और बेबस हो गई है।

बेटियां रोज पूछती हैं पापा के बारे में

जया रंजन ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी प्रतिक्षा रंजन सेक्रेड हॉर्ट कान्वेंट स्कूल में पढ़ती है जबकि छोटी बेटी अंजलि रंजन गुरुकुल की स्टूडेंट है। अब उसके सामने बेटियों की पढ़ाई की समस्या के साथ ही घर चलाने में भी प्रॉब्लम हो रही है। उनकी बेटियां रोज उन्हें पापा के बारे में पूछती हैं। बेटियों के सवाल पर उनकी आंखें भर जाती हैं। उन्हें कुछ नहीं सुझता कि आखिर बच्चियों के सवाल का क्या जवाब दे।

करता था स्क्रैप का कारोबार

जया कोलकाता की रहने वाली हैं। आठ साल पहले उन्होंने राजीव रंजन के साथमंदिर में शादी की थी। उनके हसबेंड मेडिसीन का बिजनेस करते थे, लेकिन कुछ समय पहले उनका बिजनेस बंद हो गया। इसके बाद वे भालूबासा के स्क्रैप बिजनेसमैन संजय कुमार उर्फ सेठ के साथ पार्टनरशिप में स्क्रैप का कारोबार करने लगे। जया के मुताबिक संजय के साथ जुड़ते ही उनकी परेशानियां बढ़ने लगीं।

स्क्रैप के कारोबार से जुड़ा है सारा मामला

जया ने बताया कि सेठ ने यह कहकर उसके हसबेंड को अपने पास बुलाया कि उन्होंने 1.5 लाख रुपए कर्ज किया है, लेकिन उनके हसबेंड इस बात से इनकार करते थे। जया का आरोप है कि इसके बावजूद सेठ ने शैलेश और राजेश के साथ मिलकर बिष्टुपुर में उसके हसबेंड को बंधक बनाकर रखा। बाद में 19 मई को राजीव को छोड़ा गया, लेकिन 21 मई को वे फिर गायब हो गए और तब से उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। जया का कहना है कि सारा मामला स्क्रैप के कारोबार से जुड़ा है।

थानेदार करते रहे मनमानी

जया ने बताया कि पिछले दिनों वो सिटी एसपी से मिली और अपना दर्द बयां किया। सिटी एसपी ने साकची थाना को फोन किया। वहां से उसे सीतारामडेरा थाना भेज दिया गया। जब वह वहां पहुंची और उसका मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया गया।

एसएसपी ने दिया निर्देश

थक हारकर जया ने ट्यूजडे को एसएसपी अमोल वी होमकर से मुलाकात की। इसके बाद एसएसपी ने सीतारामडेरा थाना को फोन कर मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अब जया को उम्मीद है कि जल्दी ही उनके पति घर वापस आएंगे।

Posted By: Inextlive