पुलिस ने उपद्रव करने के आरोप में अर्धविक्षिप्त महिला को भेजा जेल

2 साल में कई बार एसएसपी ऑफिस में करती रही हंगामा

अर्धविक्षिप्त होने के कारण आज तक किसी अधिकारी ने नहीं की कार्रवाई

Meerut। कंकरखेड़ा पुलिस ने अर्धविक्षिप्त महिला को उपद्रव करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताते हैं कि वह महिला कई बार एसएसपी ऑफिस पर आकर हंगामा व उनकी गाड़ी पर भी पथराव भी कर चुकी है। हालांकि, उच्च पुलिस अधिकारी भी उसे जानते हैं कि वह महिला अर्धविक्षिप्त है। इस कारण आज तक उसके खिलाफ किसी पुलिस अधिकारी ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। वहीं, दूसरी ओर उपद्रव कराने वाली भगवतपुरा निवासी सपा नेत्री को पुलिस गिरफ्तार करने से हिचक रही है।

गुडवर्क का खेल

कंकरखेड़ा पुलिस ने बीते सोमवार को शोभापुर पुलिस चौकी फूंकने व उपद्रव मचाने के आरोप में डाबका गांव निवासी एक विधवा ममता को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे जेल भेजने के आदेश दिए। पुलिस ने उसे जान लेवा हमले समेत 13 गंभीर मामलों में मुल्जिम बनाया है।

कई बार कर चुकी है हंगामा

बताते हैं कि ममता अर्धविक्षिप्त है, उसके पति अमर सिंह की मौत हो चुकी है। वह मां के पास रहती है। वह करीब 20 से ज्यादा बार कंकरखेड़ा थाने से लेकर एसएसपी ऑफिस व महिला थाने में हंगामा कर चुकी है। सारे पुलिस अधिकारी जानते हैं कि वह महिला अर्धविक्षिप्त है। इसलिए आज तक उसके खिलाफ किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं 15 दिन पहले एसएसपी की गाड़ी पर पथराव कर किया था, लेकिन पुलिस ने उसे अर्धविक्षिप्त मानकर छोड़ दिया था।

आ चुकी है सुर्खियों में

इससे पहले वह तत्कालीन पुलिस कप्तान दिनेश चंद्र दुबे, रविंद्र गौड़ समेत कई पुलिस कप्तानों के सामने गाली गलौच भी कर चुकी है। सभी ने उसे अर्धविक्षिप्त समझ कर छोड़ दिया था। दो साल पहले उसे हंगामा करने के आरोप में एक महिला दरोगा ने कंकरखेड़ा थाने में मुर्गा बनाया था। मामला मीडिया में आने पर तत्कालीन एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने दरोगा को सस्पेंड किया था।

यह महिला उपद्रव के दौरान ट्रैक्टर में बैठी हुई नजर आई थी, इसी आधार पर उसे पकड़ा गया है।

दीपक शर्मा, इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा

जब भी वह महिला एसएसपी ऑफिस पर हंगामा करती थी, उसे पकड़ कर लाती थी। उसे हर बार 50 रुपये खर्चे के देकर वापस घर भेजा जाता था।

नेहा चौहान, इंस्पेक्टर,

महिला थाना

Posted By: Inextlive