22 साल के भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने मंगलवार को इतिहास रच दिया। नागल ने यूएस ओपन में रोजर फेडरर को पहले सेट में हराकर सबको चौंका दिया हालांकि आखिर में ये मुकाबला फेडरर के नाम रहा। मगर सुमित ने ग्रैंड स्लैम के डेब्यू मैच में फेडरर को कड़ी टक्कर देकर सुर्खियां बटोर लीं।


कानपुर। टेनिस जगत के दिग्गज खिलाड़ी रोजर फेडरर की यूएस ओपन में फर्स्ट सेट में हार के साथ शुरुआत होगी, यह किसी ने सोचा न था। मंगलवार को यूएस ओपन के शुरुआती मैच में फेडरर का सामना भारतीय युवा टेनिस स्टार सुमित नागल से हुआ। नागल का यह ग्रैंडस्लैम डेब्यू मैच था और पहले ही मैच में नागल ने पहले सेट में फेडरर को मात देकर सबको चौंका दिया। नागल ने फर्स्ट सेट में फेडरर को 6-4 से हराया। इसी के साथ नागल ग्रैंडस्लैम जैसे टूर्नामेंट में फेडरर को पहले सेट में हराने वाले पहले भारतीय टेनिस खिलाड़ी बन गए, हालांकि नागल ये मैच तो अपने नाम नहीं कर पाए क्योंकि 20 बार ग्रैंडस्लैम चैंपियन रहे फेडरर ने आखिरी के तीन सेटों में जबरदस्त वापसी करते हुए नागल को 6-1, 6-2 और 6-4 से हराकर मुकाबला जीत लिया।कौन हैं सुमित नागल


हरियाणा के झज्जर जिले के छोटे से गांव जैतपुर में जन्में सुमित नागल हाल ही में तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अंतिम क्वॉलिफाइंग दौर में जीत हासिल कर अमेरिकी ओपन के पहले दौर में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक रोजर फेडरर से मुकाबले का मौका हासिल किया था। हर कोई नागल बनाम फेडरर के मुकाबले पर नजर गड़ाए बैठा था। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली भी नागल और फेडरर की भिड़ंत को लेकर काफी एक्साइटेड थे। यही नहीं कोहली ने ट्वीट कर नागल को मैच के लिए बेस्ट विशेज भी दी थी।8 साल की उम्र से सीख रहे टेनिसपुरुष सिंगल्स में 190वीं रैकिंग में स्थित सुमित नागल को बचपन से ही टेनिस का शौक था। वह कम उम्र में ही हाथ में रैकेट लेकर बाॅल से खेला करते थे। सुमित के पिता सुरेश ने नागल के इस टेनिस प्रेम को देखते हुए उन्होंने अच्छे से ट्रेनिंग देने का मन बनाया। आठ साल की उम्र में सुमित पहली बार एक लोकल स्पोर्ट्स क्लब में टेनिस सीखने गए। सुमित टेनिस में अच्छा कर सकें, इसके लिए उनके पिता गांव से दिल्ली आ गए और सुमित ने यहां टेनिस की एबीसीडी सीखनी शुरु कर दी।2010 से पीछे मुड़कर नहीं देखा

सुमित नागल के करियर में सबसे अहम पड़ाव साल 2010 में आया, जब उनका चयन टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में हुआ। यहां सुमित अपने खेल के दम पर पहचान बनाने लगे थे। पिछले नौ सालों में सुमित ने कनाडा, स्पेन और जर्मनी में अपनी काबिलियत का परचम लहराया। यह सुमित की मेहनत का ही परिणाम है कि आखिर में उन्हें फेडरर जैसे खिलाड़ी से मुकाबला करने को मिला।जूनियर विंबल्डन ग्रैंडस्लैम विनरसाल 2015 में सुमित ने जूनियर विंबल्डन ग्रैंड स्लैम जीता था और वह इसे जीतने वाले छठे भारतीय बने थे। यही नहीं 22 साल के सुमित इस एक दशक में ग्रैंडस्लैम एकल मुख्य ड्रॉ में खेलने वाला पांचवें भारतीय भी हैं। सोमदेव देववर्मन, युकी भांबरी, साकेत मायनेनी और प्रजनेश गुणेश्वरन इससे पहले टेनिस ग्रैंडस्लैम में खेल चुके हैं।क्या-क्या है पसंदसुमित का सबसे पसंदीदा टूर्नामेंट यूएस ओपन है और इससे बेहतर क्या होगा कि उनके ग्रैंडस्लैम करियर की शुरुआत इसी इवेंट से हुई। सुमित का फेवरेट शाॅट फोरहैंड है। इसके अलावा सुमित को क्ले और हार्ड कोर्ट में खेलना ज्यादा पसंद है।टेनिस प्लेयर न होते, तो क्रिकेटर बनतेसुमित एक बेहतरीन टेनिस प्लेयर तो हैं, मगर अगर वो टेनिस नहीं खेलते तो क्रिकेटर बनते। इसके अलावा सुमित को गेम खेलना और दोस्तों के साथ घूमना-फिरना ज्यादा पसंद है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari