डब्ल्यूएचओ ने गरीब देशों में कोरोना वायरस मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में चिंता व्यक्त की है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के संक्रमण के 106000 नए मामले दर्ज किए गए हैं।

जिनेवा (रॉयटर्स) विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को गरीब देशों में कोरोना वायरस मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में चिंता व्यक्त की है, यहां तक कि कई अमीर देशों ने भी लॉकडाउन से उभरना शुरू कर दिया है। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के संक्रमण के 106,000 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जब से प्रकोप शुरू हुआ तब से एक दिन में यह सबसे अधिक आकड़ा है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम ने कहा, 'हमें अभी भी इस महामारी से निपटने में लंबा समय लगेगा। हम निम्न और मध्यम आय वाले देशों में बढ़ते मामलों को लेकर बहुत चिंतित हैं।'

ट्रंप की आलोचनाओं का डब्ल्यूएचओ ने किया सामना

डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन कार्यक्रमों के प्रमुख डॉ. माइक रयान ने कहा, 'हम जल्द ही 50 लाख मामलों तक पहुंच जाएंगे।' बता दें कि डब्ल्यूएचओ को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने यह आरोप लगाया है कि इसने चीन के प्रकोप का समर्थन किया है। इस हफ्ते ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ के फंड को स्थायी रूप से रोकने की धमकी दी। टेड्रोस ने स्वीकार किया कि ट्रंप से एक पत्र मिला है, लेकिन आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडहोम को लिखे एक पत्र में बताया, 'यदि डब्ल्यूएचओ अगले 30 दिनों के भीतर प्रमुख सुधारों के लिए प्रतिबद्ध नहीं होता है, तो मैं डब्ल्यूएचओ के लिए अपनी फंडिंग को स्थायी रूप से रोक दूंगा। इसके साथ ही संस्था में अमेरिका की सदस्यता पर भी समीक्षा करूंगा।'

Posted By: Mukul Kumar