RANCHI: नरकोपी थानेदार रणविजय सिंह की सर्विस रिवॉल्वर चोरी चली गई है या उन्होंने किसी को फंसाने के लिए अपनी रिवॉल्वर खुद चोरी कर ली है। इसकी जांच एसएसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा कर रहे हैं।

यह है मामला

गौरतलब हो कि रीडर कैडर से नरकोपी थाने में पदस्थापित थानेदार रणविजय सिंह थाना परिसर के ही बैरक में रहते थे। वहां अन्य पुलिसकर्मी भी रहते थे। चार नवंबर को उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर व फ्भ् गोलियां बक्से में बंद कर रखी थी, लेकिन उस पर ताला लगाना भूल गए थे। पांच नवंबर की सुबह जब बक्सा खोला तो उसमें रखी सर्विस रिवॉल्वर व गोलियां गायब थीं। थानेदार ने सभी से पूछताछ की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। थानेदार को थाने के चालक पर शक हुआ। उससे पूछताछ की, तो उसने हथियार के बारे में कोई जानकारी से इनकार कर दिया। इसके बावजूद थानेदार ने चालक की पिटाई कर डाली।

अवैध माइनिंग पर रोक लगाने व ट्रैक्टर को पकड़ा था थानेदार ने

नरकोपी ओपी में अवैध क्रशर व माइनिंग हो रहा था। रणविजय सिंह जब वहां पदस्थापित हुए तो उन्होंने अवैध क्रशर को बंद कराना शुरू कर दिया। थाने में पदस्थापित कनीय पदाधिकारियों को थानेदार का रवैया ठीक नहीं लगा। इसी दौरान थानेदार रणविजय सिंह ने ट्रैक्टर पर अवैध पत्थर को जब्त किया था। कुछ लोगों ने उसे छोड़ने के लिए पैरवी भी की थी, लेकिन थानेदार नहीं माने थे। अंत: में वरीय पदाधिकारियों के हस्तक्षेप से मामले को शांत किया गया था। आशंका जताई जा रही है थाने में पदस्थापित पुलिसकर्मियों ने ही थानेदार को फंसाने और उसे वहां से हटाने के लिए यह षड़यंत्र रचा होगा। इस मामले में एसएसपी प्रभात कुमार का कहना है कि जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा। जांच में यदि बात सच निकली तो दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

वरीय पुलिस अधिकारियों को नहीं दी गई सूचना

थानेदार ने सर्विस रिवॉल्वर व गोलियां गायब होने के मामले की सूचना जिले के वरीय अधिकारियों को नहीं दी गई थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब चालक की पिटाई के मामले में मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी नरकोपी ओपी पहुंचे।

Posted By: Inextlive