ये समझना मुश्किल है कि इंडियन सिनेमा किसी एक व्यक्ति की पहचान कैसे हो गया जो उसका एंथम इंडियन सिनेमा के सौ साल के जश्न को डेडिकेटेड फिल्म में जोड़ा जाए पर अनुराग कश्यप ऐसा ही कर रहे हैं वो सौ साल के जश्न पर बनी फिल्म में बच्च‍न एंथम जोड़ रहे है. अब आप डिसाइड करें कि यह किसको डेडिकेटेड है और कितना जरूरी है.


फिल्म मेकर अनुराग कश्यप ने अपनी अपकमिंग फिल्म 'बांबे टॉकीज' में मेगास्टार अमिताभ बच्चन को डेडिकेटेड एक स्पेशल सांग शामिल किया है. इस फिल्म को अनुराग, करण जौहर, जोया अख्तर और दिबाकर बनर्जी ने तैयार किया है. चारों अपनी अपनी कहानियों को एक ही प्रोजेक्ट के तहत पेश कर रहे हैं, जिसमें अनुराग की कहानी के तहत बिग बी को डेडिकेटेड ‘बच्चन एंथम’ दिखाया जाएगा. हांलाकि ये समझना जरूरी है कि इंडियन सिनेमा के सौ साल के जश्न को डेडिकेटेड फिल्म में अमिताभ को इतना हाई लाइट करना क्यों जरूरी है. बच्चन ही क्यों


अमिताभ बिना शक बॉलिवुड के सुपर स्टार बल्कि मेगा स्टार हैं पर क्या वो इंडियन सिनेमा से भी बड़े हैं. क्या इस फिल्म में दादा साहब फाल्के, कमाल आमरोही, महबूब, के आसिफ और दिलीप कुमार या गुरूदत्त, राज कपूर के भी एंथम शामिल हैं. ये कंपेरिजन नहीं है लेकिन इन सबका और इन जैसी कई और बॉलिवुड सेलेब्रिटीज का कांट्रीब्यूशन और वर्क कम इंर्पोटेंट नहीं कहा जा सकता. ऐसे में सिर्फ अमिताभ का एंथम कुछ ग्रेसफुल नहीं लगता, इस बात को अगर सीरियसली सोचें तो शायद खुद बिग बी भी ठीक नहीं समझेंगे.

इस बारे में अनुराग के साथ जुड़े एक क्लोज सोर्स के अकॉर्डिंग बिग बी बॉलीवुड के आइडियल हैं, जो करीब फोर डिकेट से इंडियन व्यूअर्स को इंटरटेन कर रहे हैं. बच्चन एंथम में कई बच्चों को अमिताभ की फिल्मों के डिफरेंट करेक्टर में दिखाया गया है. सांग के लिरिक्स हैं... सितारों की शान है जो, वो बच्चन, सिनेमा का ईमान है जो, वो बच्चन, रीलों से दिलों तक, आया रे आया रे, छाया रे ... बच्चा बच्चा गाया, फ्राम बचपन बचपन....’ इस सांग का वीडियो अमित त्रिवेदी ने तैयार किया है, जिसमें बच्चों के पीछे बिग बी की फिल्मों की कई मेमोरेबल गिलिंप्सेज दिखाई जाएंगी. यह फिल्म तीन मई को रिलीज होगी.

Posted By: Kushal Mishra