फोन उठाते समय सबसे पहला शब्‍द हैलो बोला जाता है...लेकिन क्‍यों बोला जाता है यह किसी को नहीं पता होता। क्‍या आपने कभी सोचा है कि हम 'हैलो' क्‍यों बोलते हैं और इसका मतलब क्‍या होता है। नहीं न...तो आइए हम बताते हैं।


बदलता गया नामऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार हैलो शब्द पुराने जर्मन शब्द हाला, होला से बना है, जिसका इस्तेमाल नाविक करते थे। यह शब्द पुराने फ्रांसीसी या जर्मन शब्द ‘होला’ से निकला है। इसका मतलब होता है ‘कैसे हो’ यानी, हाल कैसा है जनाब का? इंग्लिश पोएट चॉसर के ज़माने में यानी 1300 के बाद यह शब्द हालो (Hallow)बन चुका था। लेकिन इसके 200 साल बाद यह शब्द Halloo बन गया। फिर यह शिकारियों और मल्लाहों के इस्तेमाल से कुछ और बदला और Hallloa, Hallooa, Hollo बना।पहले बना 'आर यू देयर'
अब अगर फोन पर हैलो शब्द बोलने की पीछे का लॉजिक देखा जाए तो, जब टेलीफोन का आविष्कार हुआ उस समय लोग फोन पर पूछा करते थे ‘आर यू देयर?’(Are you there)? तब उन्हें यह विश्वास नहीं था कि उनकी आवाज़ दूसरी ओर पहुंच रही है। लेकिन अमेरिकी आविष्कारक टॉमस एडीसन को इतना लंबा वाक्य पसंद नहीं था। उन्होंने जब पहली बार फ़ोन किया तो उन्हें य़कीन था कि दूसरी ओर उनकी आवाज़ पहुंच रही है। उन्होंने कहा, हलो।ग्राहम बेल ने कहा था 'हाय'


1876 को अलेक्जेंडर ग्राहम बेल के टेलीफोन आविष्कार को पेटेंट मिला। वे शुरू में टेलीफोन पर बात शुरू करने के लिए नाविकों के शब्द 'हाय' का इस्तेमाल करते थे। लेकिन सन 1877 में थॉमस एडीसन ने पिट्सबर्ग की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एंड प्रिंटिंग टेलीग्राफ कम्पनी के अध्यक्ष टीबीए स्मिथ को लिखा कि टेलीफोन पर स्वागत शब्द के रूप में हैलो का इस्तेमाल करना चाहिए। उनकी सलाह को अंततः सभी ने मान लिया। उन दिनों टेलीफोन एक्सचेंज में काम करने वाली ऑपरेटरों को ‘हैलो गर्ल्स’ कहा जाता था।Odd News inextlive from Odd News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari