इंटरनेट सर्च की दुनिया में आज गूगल का वर्चस्‍व कायम है। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट भी अपने बिंग को लेकर काफी तेजी से बढ़ रहा है लेकिन अब इन्‍हें टक्‍कर देने की तैयारी विकीपीडिया ने कर ली है। विकीपीडिया जल्‍द ही अपना नॉलेज इंजन नाम से एक सर्च इंजन लान्‍च करेगी। जिसमें लोगों को हर जानकारी आसानी से मिल जाएगी।


अमेरिका से मिल रही मददआज इंटरनेट सर्च की दुनिया में अल्फाबेट के ‘गूगल सर्च’ और माइक्रोसॉफ्ट के ‘बिंग’ का वर्चस्व कायम है, लेकिन अब इनके वर्चस्व को टक्कर देने के लिए दुनिया की एक बड़ी कंपनी ने कमर कस ली है। जी हां अब इन्हें टक्कर देने के लिए विकिपीडिया जल्द ही ‘नॉलेज इंजन’ लॉन्च करने वाली है। इसके लिए उसे अमेरिका से मदद मिल रही है। अमेरिका के जॉन एस और जेम्स एल नाइट फाउंडेशन ने उसे 2.5 लाख डॉलर की आर्थिक मदद की है। अपनी इस खास पेशकस को लेकर विकीपीडिया का दावा है कि इस पर यूजर्स को हर एक जानकारी मिलेगी। लोग कभी भी किसी भी टॉपिक को सर्च करेंगे तो निश्चय ही उन्हें उसकी पूरी व सही जानकारी मिलेगी। जब भी साइट पर कोई एक शब्द डाला जाएगा उससे जुड़ी हर चीज अपने आप ऑप्शन के रूप में सामने आ जाएगी।
सिक्योरिटी का पूरा ख्याल


कंपनी का यह भी कहना है कि उसकी न्यूज साइट भी इनकी न्यूज साइट्स से काफी अलग होगी। इतना ही नही विकीपीडिया का दावा है कि इस पर कोई विज्ञापन नहीं होगा। यह साइट पूरी तरह से विज्ञापन मुक्त होगी। इसके सर्च बॉक्स के नीचे टुडे, नियरबाई, इमेजेज, प्रिंट और वीडियोज का विकल्प भी दिया जाएगा। इसके अलावा यूजर्स इस पर मौजूद सामग्री को फेसबुक, ट्विटर, व्हॉट्सएप समेत अन्य सोशल साइटों पर आसानी से साझा कर सकेंगे। इसके साथ ही लोगों सिक्योरिटी का पूरा ख्याल रखा जाएगा। हालांकि यह पहली बार नहीं होगा। इसके पहले भी विकिपीडिया के संस्थापक जिमी वेल्स जनवरी 2008 में उन्होंने विकिया सर्च नाम का सर्च इंजन पेश कर चुक हैं। हालांकि बाद में यह बंद हो गई।

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Posted By: Shweta Mishra