मतगणना के बाद होने वाली घटना को लेकर प्रशासन ने पहले ही कर ली थी तैयारी

- प्रधानी चुनाव के बाद हमेशा हंगामा से लेकर हत्या जैसी बड़ी घटनाएं होती हैं

MEERUT: पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद अब यदि किसी भी पक्ष की तरफ से हंगामा किया गया तो जिला और पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। प्रशासन ने इसकी पुख्ता तैयारी पहले ही कर ली थी। पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही प्रशासन ने हंगामा और अप्रिय घटना की आशंका के मद्देनजर पहले ही रणनीति तैयार कर ली थी। इसके तहत सभी प्रत्याशियों को मुचलका पाबंद कर दिया था। उनके मोबाइल नंबर की डिटेल संबंधित थाना को प्रेषित कर दिया था। किसी भी पक्ष की तरफ से हंगामा हुआ तो मुचलका पाबंद के तहत जुर्माना तो वसूला जाएगा ही साथ ही कई और कार्रवाई भी की जाएगी।

शस्त्र लाइसेंस होगा कैंसल

मतगणना संपन्न होने के बाद सोमवार को डीएम पंकज यादव और एसएसपी डीसी दूबे ने कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में अपनी रणनीति का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि हालांकि उनकी रणनीति पूरे पंचायत चुनाव को लेकर थी लेकिन क्योंकि प्रधानी के चुनाव में मतगणना के बाद बवाल की ज्यादा आशंका होती है, ऐसे में इसको देखते हुए पुख्ता तौर पर तैयारी कर ली गई थी। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान सभी प्रत्याशियों को 122 के तहत मुचलका पाबंद कर दिया गया था। इसके तहत कम से कम एक लाख रुपए जुर्माना भरने का प्रावधान है। वहीं इनके मोबाइल नंबर की डिटेल संबंधित थानों को उपलब्ध करा दिए गए थे। इनमें से कोई भी हंगामा में शामिल होता पाया गया तो सबसे पहले मुचलका पाबंद के तहत उससे जुर्माना वसूला जाएगा। फिर उसके शस्त्र का लाइसेंस कैंसल किया जाएगा। यही नहीं उसके चरित्र और हैसियत के प्रमाण पत्र को समाप्त कर दिया जाएगा। इस कार्रवाई के बाद तो वह कोई भी बिजनेस नहीं कर पाएगा। वहीं एक वर्ष तक उसके परिवार के किसी भी सदस्य का चरित्र प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जाएगा।

Posted By: Inextlive