- औघड़नाथ मंदिर का डीआईजी-कप्तान ने किया निरीक्षण

- 40 से 50 भक्त एक साथ गर्भगृह में कर सकेंगे जलाभिषेक

Meerut : शिवरात्रि और कांवड़ मेले में सुरक्षा को लेकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की पेशानी पर पसीना है। शनिवार को प्राचीन सिद्धपीठ औघड़नाथ मंदिर के प्रत्येक सुरक्षा प्वाइंटों का निरीक्षण करने डीआईजी और एसएसपी पहुंचे। मंदिर के अंदर और बाहर करीब 15 सौ सुरक्षाकर्मियों के हाथों में कांवडि़ए और मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा होगा। मंदिर परिसर, गर्भगृह और कंट्रोल रूम वाली सुरक्षा प्वाइंटों का दोनों अधिकारियों ने निरीक्षण किया।

शिवालय का किया अवलोकन

औघड़नाथ मंदिर में पहुंचते ही डीआईजी रमित शर्मा और एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे सबसे पहले मंदिर समिति के ऑफिस पहुंचे और फिर वहां से मां दुर्गा मंदिर और फिर शिवालय का अवलोकन किया। शिवालय में कांवडि़ये और आम भक्तों के प्रवेश व निकासी द्वार का भी निरीक्षण किया। साथ ही 40 से 50 भक्तों को एक साथ गर्भगृह में जलाभिषेक करने को कहा गया, ताकि बिना रुकावट के समय से सभी जलाभिषेक कर सकें। उसके बाद दोनों अफसर ठाकुर जी की रसोई परिसर में पहुंचे। वहां पर आपातकालीन द्वार को देखा। गर्भगृह की छत पर पहुंचकर कंट्रोल रूम वाली जगह का निरीक्षण किया और शनिवार शाम से ही वहां सुरक्षाकर्मियों के बैठने की व्यवस्था कराने को कहा गया।

आरएएफ के हवाले होगा मंदिर

डीआईजी ने बताया कि रविवार से ही औघड़नाथ मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा अंदर और बाहर आरएएफ कंपनी के जवानों के हवाले किया जाएगा। आरएएफ की दूसरी कंपनी 10 अगस्त को मंदिर परिसर में तैनात कर दी जाएगी। आरएएफ कमांडो मंदिर परिसर और शिवालय के अंदर तैनात रहेंगे। वहीं पुलिस, पीएसी भी मंदिर परिसर और बाहर मार्ग पर सुरक्षा का व्यवस्था संभालेगी।

ड्रोन की रहेगी प्रत्येक पर नजर

एसएसपी ने बताया कि 10, 11, 12 अगस्त को औघड़नाथ मंदिर व उसके आसपास के इलाके की निगरानी ड्रोन से की जाएगी। वहीं कांवड़ मार्ग पर भी ड्रोन से सुरक्षा का निरीक्षण किया जाएगा। ड्रोन से ली गई तस्वीर को प्रत्येक एक घंटे बाद चेक किया जाएगा।

कैंट एएसपी को बनाया प्रभारी

औघड़नाथ मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा का प्रभारी कैंट एएसपी संकल्प शर्मा को बनाया गया है। आरएएफ, पीएसी, पुलिस, होमगार्ड व पीआरडी के जवानों की ड्यूटी प्रभारी के हाथों में रहेगी। सात सीओ की ड्यूटी सात कॉर्डन के हिसाब से लगाई गई है, जो प्रत्येक घंटे की रिपोर्ट एएसपी को देंगे। वहीं कैंट एएसपी द्वारा लगाई गई ड्यूटी का सुपरविजन एसपी सिटी करके एसएसपी को सौंपेंगे।

22 सीसीटीवी कैमरे रखेंगे नजर

औघड़नाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ। महेश बंसल ने बताया कि मंदिर परिसर में समिति की ओर से 22 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनके अलावा मंदिर के बाहर प्रशासन के करीब तीन दर्जन कैमरे लगाए जाएंगे। सभी सीसीटीवी कैमरों को मंदिर गर्भगृह की छत पर बने कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।

गरुड़ द्वार से होगा प्रवेश

मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 11 तारीख की रात से शिवरात्रि की रात तक कांवडि़ये और आम भक्तों की मंदिर में एंट्री गरुड़ द्वार से कराई जाएगी। जलाभिषेक के बाद सभी भक्त नंदी द्वार से बाहर की ओर निकलेंगे। जलाभिषेक के बाद भक्त को मंदिर में अधिक समय तक रुकने नहीं दिया जाएगा। दूसरी ओर नैंसी चौराहे से मंदिर के सामने तिराहा और बालाजी मंदिर वेस्ट एंड रोड तक डबल बेरीकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। किसी को भी बिना कतार के आगे नहीं जाने दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive