- उपभोक्ता बढ़ी दरों का विरोध कर खोल सकते हैं अफसरों की पोल

- पश्चिमांचल के 45 लाख उपभोक्ताओं के लिए गाजियाबाद में होगी खुली सभा

मेरठ : बिजली की लगातार बढ़ती दरों तथा बिजली अफसरों की मनमानी से परेशान पश्चिमांचल के 45 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं की समस्याओं को जानने के लिए उ.प्र। राज्य विद्युत नियामक आयोग 15 अप्रैल को गाजियाबाद में खुली सभा आयोजित करेगा। इसमें कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या रख सकता है।

प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियां लगातार बिजली के रेट बढ़ाती जा रही हैं। कंपनी का घाटा पूरा करने के लिए वे हर बार बिजली के रेट बढ़ाने का प्रस्ताव नियामक आयोग के सामने रख देती हैं। इससे आम जनता पर महंगी बिजली की मार पड़ रही है। उपभोक्ताओं का दर्द है कि 50 फीसदी से भी ज्यादा बिजली अफसरों कर्मचारियों की मिलीभगत से चोरी हो रही है। इसे रोका नहीं जा रहा है। पावर कंपनियों में भ्रष्टाचार तथा फिजूलखर्ची भी चरम पर है, लेकिन इस पर अंकुश न लगाकर केवल उन उपभोक्ताओं पर लगातार बिल का बोझ बढ़ाया जा रहा है जो कि नियमित बिल अदा करने वाले हैं। तेजी से महंगी होती बिजली दरों तथा उपभोक्ताओं की अन्य समस्याओं से रूबरू होने के लिए उ.प्र। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने पश्चिमांचल के उपभोक्ताओं के लिए 15 अप्रैल को खुली बैठक आयोजित की है। एमडी पश्चिमांचल वीवी पंत ने नियामक आयोग के कार्यक्रम की जानकारी दी कि गाजियाबाद के एबीईएस इंजीनिय¨रग कॉलेज में यह खुली बैठक होगी, जिसमें आयोग के चेयरमैन देव दीपक वर्मा उपभोक्ताओं से बात करेंगे। इस बैठक में मिलने वाले उपभोक्ताओं के सुझाव व समस्याओं के आधार पर ही आयोग पावर कारपोरेशन को दिशा-निर्देश जारी करेगा तथा भविष्य में बिजली की दरें बढ़ाने के प्रस्ताव पर निर्णय लेगा।

Posted By: Inextlive