-जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा-राज्य में शराब से काफी नुकसान

-70 के दशक में शराबबंदी को लेकर चलाया था अभियान

RANCHI: एकीकृत बिहार के समय से ही शराब के खिलाफ आवाज बुलन्द करने वाले झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन ने बिहार में शराबबंदी पर कहा है कि यह काम झारखण्ड में पहले होना चाहिए था। आदिवासियों के दिशोम गुरु श्री सोरेन ने कहा कि शराब की वजह से पहले ही इस राज्य में काफी नुकसान हो चुका है। अब झारखंड में इस पर प्रतिबंध लगना ही चाहिए। रांची के मोरहाबादी स्थित अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां की राज्य सरकार को इस विषय में कुछ करना चाहिए। सरकार को चाहिए कि वह झारखंड में शराब को पूरी तरह से बैन कर दे। इसके लिए अभियान भी चलाना चाहिए। शिबू सोरेन ने कहा कि इस विषय में आदिवासियों को भी वो समय-समय पर समझाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर लोगों के जीवन से शराब हट जाए तो वो काफी समृद्धशाली जीवन जी सकते हैं।

सरकार के काम पर जताया संतोष

राज्य की रघुवर दास सरकार के कामकाज पर संतोष जताते हुए उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार काफी काम कर रही है। लेकिन अभी और भी काफी कुछ करने की जरूरत है। गुरुजी के नाम से झारखण्ड में लोगों के बीच लोकप्रिय झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने 70 के दशक में शराबबंदी को लेकर गांव-गांव में अभियान चलाया था। लोगों को हमेशा हडि़या और दारू से दूर रहने की हिदायत देने वाले श्री सोरेन खुद अपने जीवन में इसका पालन किए हैं और वह खुद शाकाहारी हैं। उनके साथ प्रेस कांफ्रेंस में झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और विनोद पाण्डेय भी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive