RANCHI: 8 अगस्त, 2015 को रांची से करीब 30 किमी दूर मांडर थाना क्षेत्र के कंजिया गांव में डायन-बिसाही के आरोप में गांव वालों ने पांच महिलाओं की नृशंस हत्या कर दी। इनकी हत्या करने वालों में पढ़े-लिखे कुछ युवक भी शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने 27 आरोपियों को जेल भेजा है। अपने गांव पर लगे इसीकलंक को मिटाने के लिए अब पूनम उराईन आगे आ गई हैं। सिर्फ गांव ही नहीं, बल्कि मांडर ब्लॉक की तमाम पंचायतों में वह घूम-घूम कर डायन प्रथा के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। लोगों को अवेयर कर रही हैं।

2006 में पति की मौत

बकौल पूनम उराईन, उनके पति महावीर उरांव की मौत वर्ष 2006 में ही हो गई। पति की मौत के बाद लोग उन्हें उसी नजरों से देखने लगे। पर, उसने खुद और अपने बच्चों के लिए दुर्गा का रूप धारण कर लिया। और अब वह शांति से गांव में अपना जीवन जी रही हैं। वहीं, गांव वालों को अंधेरे से उजाले की ओर ले जाने के लिए प्रयासरत हैं।

गांव की सबसे अच्छी बहू

अब पूनम उराईन गांव की नारी शक्ति संस्थान से जुड़ कर गांव, पंचायतों में हो रही घटनाओं, घरेलू झगड़े आदि से लेकर थाने तक के विवाद को निपटा रही हैं। गांव में उनकी इमेज एक अच्छी बहू के रूप में बनने लगी है। गांव के लोग उसके ऐसे कामों की सराहना कर रहे हैं। आज उनकी बात सबके लिए मान्य है।

क्या हुआ था कंजिया में

गौरतलब हो कि गांव में चार बच्चों की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इस कारण ग्रामीणों को आशंका थी कि इन्हीं महिलाओं ने डायन-बिसाही कर बच्चों को मार डाला है। इसे लेकर 7 अगस्त 2015 की शाम गांव में पंचायत बुलाई गई। इसमें गांव की ही पांच महिलाओं पर डायन होने को आरोप लगाया गया।

Posted By: Inextlive