- केस की पैरवी और गवाही देना पड़ रहा भारी

- आए दिन हत्या की वारदातों से कानून व्यवस्था तार-तार

- पुलिस के लिए चुनौती बनी हत्याएं, नहीं हो पा रहा है वर्क

- आखिर कैसे होगी गवाहों और वकीलों की सुरक्षा

केस की पैरवी और गवाही देना पड़ रहा भारी

- आए दिन हत्या की वारदातों से कानून व्यवस्था तार-तार

- पुलिस के लिए चुनौती बनी हत्याएं, नहीं हो पा रहा है वर्क

- आखिर कैसे होगी गवाहों और वकीलों की सुरक्षा

Meerut:

Meerut: बदमाश को सलाखों के पीछे भिजवाने के लिए गवाही और वकील की अहम भूमिका जज के सामने होती है। जिसके चलते बदमाशों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जज द्वारा की जाती है लेकिन अब हाल यह हो गया है कि गवाह और वकीलों को ही मौत के घाट उतारने से बदमाश परहेज नहीं कर रहे हैं। अपना केस हल्का बनाने के लिए बदमाश गवाह और वकीलों का नामो निशान खत्म कराने के लिए हत्या तक कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन और कानून के लिए नई चुनौती बदमाश खड़ी कर रहे है।

कानूनी के लंबे हाथ

कानून के हाथ बहुत लंबे होते है और पुलिस की विवेचना में बहुत दम होता है। यह आप सब जानते हैं, लेकिन इसके बावजूद केस को कमजोर करने के लिए अपराधी ने नया फंडा अख्तियार कर लिया है। अपना मुकदमा हल्का कराने और सलाखों के पीछे से बाहर आने के लिए अब गवाहों और वकीलों की हत्या कराकर जिंदगी खुले में जीना चाहते है। जिसके लिए कचहरी में अभी पांच दिन पहले हुई नितिन की हत्या और सोमवार रात हुई अधिवक्ता केपी सिंह की हत्या ताजा उदाहरण है।

गवाह और वकीलों पर हमला होना बहुत चिंता जनक बात है, यदि बदमाशों की यही प्लानिंग आगे चलती रही तो ऐसे इंसाफ पाना बहुत मुश्किल हो जाएगा, गवाह की गवाही और वकील की बहस अदालत में बहुत मायने रखती है। बदमाशों की इस करतूत पर पुलिस को लगाम लगाना चाहिए।

-राम कुमार शर्मा

पूर्व महामंत्री, जिला बार एसोसिएशन

गवाह और वकील पर हमला होना गलत है। नितिन केस की जांच पड़ताल चल रही है, वहीं केपी सिंह के हत्यारों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ओमप्रकाश

एसपी सिटी

यह है गवाहों के मामले

म् सितंबर ख्0क्ब्: मेरठ कचहरी के भीतर शुक्रवार को सरेआम तिहरे हत्याकांड के गवाह नितिन को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया था। हमला एडीजे कोर्ट की बिल्डिंग के पास हुआ। उस समय गवाह नितिन पुलिस कस्टडी में गवाही के लिए जा रहा था।

8 सितंबर ख्0क्ब्: सरधना के रतौली गांव में योगेश भदौड़ा के मौसेरे भाई एवं उसके परिचित की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इसे बदले के रुप में देखा गया था।

ख्भ् अगस्त ख्0क्ब् रोहटा: अपने क्लीनिक से घर लौट रहे भदौड़ा गांव निवासी चिकित्सक सुभाष की रविवार शाम रासना चौपले पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। वजह भदौड़ा गांव में चल रही योगेश भदौड़ा और उधम सिंह के बीच खूनी अदावत बताई गई थी।

ख्ख् अगस्त ख्0क्ब्: सिविल लाइन थाना क्षेत्र के चिकारा कांप्लेक्स के पास दिनदहाड़े पल्सर बाइक सवार दो लोगों ने रिक्शा सवार महिला की गोली मारकर हत्या कर दी। महिला पति और बेटे पर चल रहे हत्या के मुकदमे की गवाही देकर कचहरी से लौट रही थी।

क् जून ख्0क्ब्: रिया हत्याकांड की पैरवी करने पर कंकरखेड़ा में किरठल के करीबी नीरज का कत्ल कर दिया गया था।

ख्भ् मई ख्0क्ब्: सरूरपुर में आरटीआइ कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

8 मई ख्0क्ब्: बाफर गांव में बुधवार देर शाम आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने पूर्व महिला प्रधान को घेर में घुसकर गोलियों से भून दिया था।

ख्म् मार्च ख्0क्ब् ततीना गांव के जंगल में कस्तला निवासी रमेश की हत्या कर दी गई। वह हत्या के एक मामले में गवाह थे। उन पर गवाही न देने का दबाव था।

ख्ख् मार्च ख्0क्ब् रमाला : थाना क्षेत्र के सूप गांव में बलवीर की दिनदहाड़े घर में घुसकर दो बदमाशों ने चुनावी रंजिश में एक गवाह को धारदार हथियारों से काट डाला था।

Posted By: Inextlive