आज भी बड़ी संख्‍या में लोग कहते मिल जाते हैं कि मैकेनिकल और हैवी काम महिलाओं से नहीं हो सकते है। ऐसे में अगर आप भी ऐसे लोगों में हैं तो ये खबर जरूर पढें। आज 21वीं सदी में 50 साल की शांति देवी एक मिसाल है। वह इस उम्र में महिला मैकेनिक के रूप में पूरे 12 घंटे काम करती हैं। आइए जानें हौसलों से बुलंद इस महिला मैकेनिक के बारे में और कुछ सीखें...


इनकी चर्चा होने लगीजी हां एक बार फिर से यह बात कहने में गर्व महसूस हो रहा है कि महिलाएं किसी भी काम में अब पुरुषों से पीछे नहीं है। शांति देवी इसका एक बड़ा उदाहरण हैं। वह आज एक महिला मैकेनिक के रूप में जानी जा रही हैं। 50 साल की उम्र में वह दिल्ली स्थिति ट्रांसपोर्ट नगर डिपो में काम कर रही हैं। यहां पर ट्रकों में किसी भी तरह की खराबी होती है उसे ठीक करती हैं। इतना ही नहीं ट्रक के बड़े-बड़े पहिओं की रिपेयरिंग में वह किसी की मदद भी नहीं लेती हैं। लोगों ने मना किया
ऐसे में परिवार पालने के लिए काम करना तो जरूरी ही है। जिससे उन्होंने कुछ अलग तरीके से काम करने का मन बनाया। शुरू-शुरू में लोगों ने उनसे यही कहा कि यह सब काम नहीं कर पाओगी। यह सब उनके बस की बात नहीं है। इसमें काफी ज्यादा मेहनत है। कई बार हैवी-हैवी चीजें भी उठानी पड़ सकती हैं, लेकिन वह हिम्मत नहीं हारी। इसी वजह से आज एक देश की अकेली महिला मैकेनिक बनकर उभरी हैं।

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Posted By: Shweta Mishra