-सिटी में 40 साल से चयादा एज की वीमेन तेजी से हो रहीं इंटरनेट फ्रेंडली

-Social networking sites पर है स्ट्रांग प्रजेंस

-Smart phone चारीदने वालों में चाी 30 परसेंट संचया 35 साल से चयादा एज की महिलाओं का है

-Personal के साचा ही professional life में चाी चाुद को अपडेट रचाने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल नेटवर्किंग साइट्स को माना जरूरी

JAMSHEDPUR: ग्रेजुएट कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ उषा शुचला अपनी कार से चाी किसी प्रोग्राम का शिड्यूल बनाकर टीचर को उससे इंस्ट्रचशन चोज सकती हैं। व‌र्ल्डवाइड कोई ब्रेकिंग चयूज उनके स्मार्ट फोन और एचपल टैब के स्क्रीन तक जरूर पहुंचती हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपने कुछ सेलेचटेड फ्रेंड्स के साचा वे टाइम मिलने पर कुछ चास टॉपिक पर डिस्कशन में चाी शामिल हो जाती हैं। यह शौक है, मजबूरी या फिर जरूरत। चाहे जो चाी हो, स्मार्ट फोन कैरी करना और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अवेलबिलिटी साबित कर रहा कि अपनी उम्र के ब्0 साल पार कर चुकीं महिलाएं डे-बाई-डे स्मार्ट होती जा रही हैं।

बचचे चाी चाहते हैं कि मचमा अपडेट रहें

चार और प्रोफेशन के बाद चाी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर विजिट करने के लिए टाइम निकालना। आचिार कैसे पॉसिबल हो पाता है ये और चयों जरूरी है। इस सवाल पर सिटी स्चिात वीएलसीसी की सेंटर हेड शशि बेरा तीन बातें कहती हैं। पहला तो यह कि वे कस्टमर्स से सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए इंट्रैचट कर सकती हैं और उनका हेल्प चाी। दूसरी बात वह बताती हैं कि आजकल के बचचे चाी चाहते हैं कि उनके पेरेंट्स चाुद को अपडेट रचों। इस मुद्दे पर अपना तीसरा चवॉइंट रचाते हुए वह कहती हैं कि कई बार पॉलिटिकल मुद्दे पर चाी वे फेसबुक और ट्विटर पर अपने फ्रेंड्स के साचा डिस्कश करती हैं जो मिलकर करना काफी मुश्किल होता है, चयोंकि इसके लिए समय नहीं होता।

तचाी तो इंटेलिजेंट और स्मार्ट कहलाएंगे

सिटी स्चिात डिस्ट्रिचट कोर्ट में कानून की जानकार, कंट्री के डिफरेंट कोर्ट के इंपॉर्टेट केसेस में वर्डिचट और चलाइंट की जानकारी रचाने वाले बहुत कम एडवोकेट्स में से एक हैं संगीता झा। उनका कहना है कि आज की तारीख में जिसके पास चयादा इचफॉर्मेशन है, वही इंटेलिजेंट और स्मार्ट है। जब चाी उचहें किसी केस में हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वर्डिचट का एचजामपल देना होता है तो इसमें उनकी हेल्प करता है उनका स्मार्ट फोन और सोशल नेटवर्किंग साइट्स जहां कंट्री के डिफरेंट एरियाज में रहने वाले उनके एडवोकेट फ्रेंड्स इस तरह की जानकारी अपडेट करते रहते हैं।

स्मार्ट फोन की चारीद में फ्0 परसेंट हिस्सा है इनका

सिटी के डिफरेंट एरियाज के मोबाइल शॉप से हमें पता चला कि स्मार्ट फोन की टोटल सेल में लगचाग भ्0 परसेंट स्मार्ट फोन महिलाएं ही परचेज करती हैं। चास बात यह है कि इन भ्0 परसेंट में ब्0 साल की एज पार कर चुकी महिलाओं की संचया लगचाग फ्0 परसेंट होती है। यानी प्रचयेक क्00 स्मार्ट फोन की सेल होती है तो उसमें क्भ् मोबाइल फोन ब्0 साल से चयादा एज की महिलाएं ही परचेज करती हैं। इंटरनेट कनेचशन की बात करें तो स्मार्ट फोन परचेज करने वाली ब्0 पार की महिलाओं में सचाी अपने मोबाइल में इंटरनेट पैक एचिटवेट रचाती हैं।

चाुद को अपडेट रचाने और कई तरह के ऑफिसियल वर्क के लिए स्मार्ट फोन या टैब होना और इंटरनेट फ्रेंड्ली होना जरूरी है। डे-बाई-डे बदल रहे टेचनोलॉजी से चाुद को दूर रचाना मतलब पीछे रह जाना है।

- डॉ उषा शुचला, प्रिंसिपल, ग्रेजुएट कॉलेज

मुझे लगता है कि बचचों के बीच चाी इस तरह का कॉचपटीशन है कि किसके पेरेंट्स कितने अपडेट हैं। बचचे चाी चाहते हैं कि हम उनके साचा टेचनोलॉजी को शेयर करें। कचाी पॉलिटिकल गॉसिप हो या कस्टमर से बात करनी हो तो सोशल नेटवर्किंग साइट्स काफी हेल्पफुल होती हैं।

- शशि बेरा, प्रोफेशनल

हमें डेली चाुद को अपडेट करना होता है। इसके लिए जरूरी है कि अपने प्रोफेशन से रिलेटेड सारे अपडेट्स हमारे पास पहुंचे। ऐसे में चाुद को नई टेचनोलॉजी से दूर कैसे रचा सकते हैं। सच तो यह है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स के साचा लोगों से जुड़ना हमारी जरूरत है।

- संगीता झा, एडवोकेट, जमशेदपुर सिविल कोर्ट

स्मार्ट फोन के टोटल सेल में लगचाग भ्0 परसेंट मोबाइल फोन फिमेल्स ही चारीदती हैं। इन महिलाओं में लगचाग फ्0 परसेंट ब्0 साल से चयादा एज की महिलाएं होती हैं। पिछले कुछ सालों में इन महिलाओं की संचया बढ़ी है।

- संजू, ऑनर, सेलोनेट मोबाइल शॉप

Posted By: Inextlive